गौतम गंभीर बने 'तानाशाह'? BCCI के अधिकारियों की भी नहीं सुनी, रोहित शर्मा को सिडनी टेस्ट से बाहर करके ही माने!

Gautam Gambhir ruled Rohit Sharma out of Sydney Test: रोहित शर्मा का टेस्ट करियर खत्म होता दिख रहा है. शायद ही अब उन्हें मौका मिला. उन्हें रिटायरमेंट लेने के लिए आखिरी टेस्ट खेलने का भी मौका नहीं मिलेगा.

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Gautam Gambhir India Vs Australia Sydney Fifth Test: सिडनी टेस्ट को लेकर टीम इंडिया में घमासान मचा हुआ है. कप्तान रोहित शर्मा का भविष्य अधेंरे में है. उनके टेस्ट करियर पर सूर्य ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है. कप्तान रोहित और कोच गौतम के बीच विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा.  पहले रिपोर्ट आई कि रोहित ने खुद को सिडनी टेस्ट से बाहर कर दिया है. फिर रिपोर्ट आई कि वह खुद बाहर नहीं हुए नेट्स पर उनकी बैटिंग को देखने के बाद कोच गौतम गंभी ने उन्हें 5वें टेस्ट में नहीं खिलाने का फैसला किया. चौकाने वाली बात यह है कि गौतम गंभीर इस बात के लिए अड़ गए थे कि वह पांचवे टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा को किसी भी हालत में नहीं खिलाने चाहते. इतना ही नहीं खबर यह भी है कि बीसीसीआई के एक दिग्गज अधिकारी ने रोहित शर्मा को खिलाने की रिक्वेस्ट की फिर भी गौतम गंभीर से नहीं माने.

क्या तानाशाह बन गए हैं गौतम गंभीर?

यह बिल्कुल सही है कि रोहित शर्मा खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उनकी कप्तानी में पहले टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से करारी हार का सामना करना पड़ा. अब ऑस्ट्रेलिया में उन्हें 2 टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है. इस समय ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 2-1 से आगे हैं. भारत ने सिर्फ एक ही मुकाबला जीता है. अब आखिरी मुकाबला जीतकर टीम इंडिया इस सीरीज को 2-2 पर खत्म करना चाहेगी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की गुंजाइशों को जिंदा रखना चाहेगी. लेकिन इन सबके बीच कोच गौतम गंभीर की मनमानी का असर टीम इंडिया के प्रदर्शन पर साफ दिख रहा है. वह रोहित को किसी भी हालत में सिडनी टेस्ट नहीं खिलाने पर अड़े रहे और उन्होंने रोहित को प्लेइंग 11 से बाहर ही कर दिया. 

गौतम गंभीर कि इस मनमानी को लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या वह तानाशहा हो गए हैं? न तो वह बीसीसीआई के अधिकारियों की सुन रहे हैं और न ही कप्तन की. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गौतम गंभीर से बात की और कहा कि रोहित को सिडनी टेस्ट में खिलाया जाए. इस टेस्ट के बाद रोहित टेस्ट से संन्यास ले लेंगे. लेकिन गौतम गंभीर नहीं माने.

गंभीर बने रोहित के करियर के काल?

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर किसी भी हाल में सिडनी टेस्ट जीतकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिफ के फाइनल की रेस में बने रहना चाहता है. और इसीलिए वह प्लेइंग 11 में उन्हीं खिलाड़ियों को रखना चाहते हैं जो प्रदर्शन कर रहे हैं न कि खराब फॉर्म से जूझ रहे रोहित शर्मा को. 

रोहित और गंभीर के बीच नहीं हो रही बातचीत?

कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के बीच खटास बढ़ गई है. दोनों की एक दूसरे से बातचीत नहीं हो रही है. रोहित को जो कहना है वह जसप्रीत बुमराह और चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर के जरिए पहुंचा रहा है. नेट सेशन में वह गंभीर के बाद पहुंचे और सभी खिलाड़ियों ने जब प्रैक्टिस कर ली तब उन्होंने प्रैक्टिस की. नेट्स में भी दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई. 

खत्म हो गया रोहित शर्मा का टेस्ट करियर?

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या रोहित शर्मा का टेस्ट करियर खत्म हो गया. अब उन्हें मजबूरन संन्यास लेना पड़ेगा. क्योंकि अब अगर टीम इंडिया सिडनी टेस्ट जीत भी जाती है तो शायद रोहित को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए न चुना जाए. बहुत लोग तो सिडनी टेस्ट को रोहित शर्मा का आखिरी टेस्ट मान रहे थे. लेकिन रोहित तो सिडनी टेस्ट भी नहीं खेल रहे हैं. हालांकि, अभी कुछ कहा नही जा सकता क्योंकि 13 जनवरी की सुबह 4;30 बजे टॉस होगा और तभी यह फाइनल हो पाएगा कि आखिर टीम इंडिया की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे हैं या फिर जसप्रीत बुमराह.