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India Daily

गाबा के हीरो का गुयाना में भव्य वेलकम, एयरपोर्ट पर छाए शमर जोसेफ

शमर जोसेफ: गुयाना का हीरो जिसने क्रिकेट जगत में मचाया धमाल! गाबा टेस्ट मैच के स्टार ने जिस तरह से अपनी जीत को ऐतिहासिक जीत दिलाई है उससे वे एक सुपरस्टार बन गए हैं. गुयाना एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत भी हुआ.

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Edited By: Antriksh Singh
Shamar Joseph

Shamar Joseph: 24 साल के शमर जोसेफ ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया, जिससे उनके गृहनगर बारकरा को पूरी दुनिया जानने लगी! ये गांव गुयाना में कांजे नदी के किनारे बसा है और 2018 में ही वहां इंटरनेट आया था.

ऐतिहासिक जीत दिलाई

पेशेवर क्रिकेट की शुरुआत सिर्फ 2023 में करने वाले शमर ने वेस्टइंडीज को ऐतिहासिक जीत दिलाई. ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर उनकी टीम ने 27 साल बाद टेस्ट मैच जीता! उनकी गेंदबाजी देख दिग्गज ब्रायन लारा की आंखें भर आईं और पूर्व कप्तान कार्ल हूपर भी अपने आप को रोने से रोक नहीं पाए.

टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में शमर गाबा के मैदान पर 7 विकेट लिए और वेस्टइंडीज को जीत दिलाई. घायल होने के बावजूद उन्होंने दमदार गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को धराशायी किया. सीरीज 1-1 से बराबर रही. ये जीत बहुत बड़ी थी.

शमर का जोरदार स्वागत

गुयाना लौटने पर शमर का जोरदार स्वागत हुआ. एयरपोर्ट पर उनको हार पहनाया गया और फैंस ने उन्हें कंधों पर उठा लिया. क्रिकेट बोर्ड ने भी उनका सम्मान किया. एक डांस कार्यक्रम भी हुआ. सीरीज में कुल 13 विकेट लेकर शमर ने धमाल मचा दिया. युवा कप्तान क्रेग ब्रथवेट की अगुवाई में वेस्टइंडीज की जीत ने क्रिकेट प्रेमियों को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया.

क्रिकेट का सितारा बाराकारा से!

शमर जोसेफ का बचपन गुयाना के सुदूर गांव बाराकारा में बीता, जो क्रिकेट के चमक-दमक से कोसों दूर था. बाराकारा, कांजे नदी के किनारे बसा हुआ एक गांव है जहाँ 2018 तक फोन या इंटरनेट जैसी सुविधाएँ नहीं थीं. लगभग 350 लोगों वाले इस गांव तक न्यु एम्स्टर्डम बंदरगाह से दो दिन की नाव यात्रा करके ही पहुँचा जा सकता था.

अकल्पनीय यात्रा

क्रिकेट टीवी पर न आने के कारण इस अलग-थलग गांव में शायद ही कोई खेलता था. पर पांच भाइयों और तीन बहनों वाले बड़े परिवार में पले शमर को क्रिकेट का ज़ूनून सवार था. वह टेप बॉल से खेलते थे और कोर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्ब्रो जैसे कैरेबियाई दिग्गजों को अपना आदर्श मानते थे. उनके गेंदबाजी के वीडियो वे बहुत देखते रहते थे.

मजदूरी की, गार्ड भी बने

क्रिकेट में नाम कमाने से पहले शमर अपने परिवार का खर्च चलाने के लिए कई तरह के काम करते थे. उनका एक छोटा बेटा भी है. उन्होंने मजदूरी का काम किया. बाद में सुरक्षा गार्ड की नौकरी भी की. 12 घंटे की लंबी और थकाऊ शिफ्टों के बाद क्रिकेट के लिए शायद ही समय बचता था, लेकिन खेल के प्रति उनका प्यार कम नहीं हुआ.

एक बार छाए तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा

अपनी मंगेतर के प्रोत्साहन से उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया और सुरक्षा गार्ड की नौकरी छोड़कर पूरे समय क्रिकेट खेलने का फैसला किया. उनकी मेहनत जल्द ही रंग लाने लगी. शमर ट्यूबर पार्क क्रिकेट क्लब के लिए दूसरे और प्रथम श्रेणी के मैच खेले, जहां उन्होंने गुयाना के मुख्य कोच एसियन क्रैंडन का ध्यान खींचा.

उनकी प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता था और उन्हें जल्द ही पेशेवर क्रिकेट में शामिल कर लिया गया. फरवरी 2023 में उन्होंने गुयाना के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया, जहां उनकी गति और कौशल ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया. अब शमर जोसेफ भविष्य के सितारे के रूप में चमक रहे हैं