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Neeraj Chopra Wife Himani: कौन है हिमानी मोर? नीरज चोपड़ा से कम नहीं उनकी पत्नी, बैकग्राउंड जान नहीं होगा यकीन

अपनी कम उम्र के बावजूद, भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक पदक जीतने वाले देश के पहले और एकमात्र ट्रैक और फील्ड एथलीट बनकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है - वह भी स्वर्ण पदक.

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Edited By: Reepu Kumari
Neeraj Chopra Wife Himani
Courtesy: Pinteres

Neeraj Chopra Wife Himani: पूर्व ओलंपिक भाला फेंक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने रविवार को एक निजी समारोह में हिमानी मोर से अपनी शादी की घोषणा की. ओलंपिक स्वर्ण और रजत पदक विजेता ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में परिवार के साथ समारोह की तस्वीरें साझा कीं और अपनी शादी की खबर की घोषणा की तथा अपने प्रशंसकों से समर्थन और आशीर्वाद मांगा.

नीरज ने पोस्ट में कहा, ''हर आशीर्वाद के लिए आभारी हूं जिसने हमें इस पल तक पहुंचाया. प्यार से बंधे हुए, हमेशा खुश रहेंगे.'

कौन हैं हिमानी मोर

हालांकि हिमानी मोर के बारे में ज्यादा जानकारी तो मौजूद नहीं है लेकिन जो अलग-अलग- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साउथईस्टर्न लुइसियाना यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त एक टेनिस खिलाड़ी हैं. उन्होंने फ्रैंकलिन पियर्स यूनिवर्सिटी में टेनिस में अंशकालिक स्वयंसेवी सहायक कोच के रूप में काम किया. एमहर्स्ट कॉलेज में स्नातक सहायक के रूप में, हिमानी कॉलेज की महिला टेनिस टीम का प्रबंधन करती हैं. वह संगठन के साथ प्रशिक्षण, शेड्यूलिंग, भर्ती और बजट की देखरेख करती हैं. वह मैककॉर्मैक इसेनबर्ग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से खेल प्रबंधन और प्रशासन में विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई भी कर रही हैं.

हिमानी हरियाणा के लारसौली की रहने वाली हैं. उनकी मातृसंस्था सुमित नागल की ही तरह सोनीपत के लिटिल एंजेल्स स्कूल में है. उनके भाई हिमांशु भी टेनिस खेलते थे.

नीरज चोपड़ा के बारे में

नीरज चोपड़ा ने 2021 टोक्यो ग्रीष्मकालीन खेलों में चैंपियन बनकर स्वतंत्र भारत का पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 2024 में पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीता. वह विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण और रजत पदक विजेता हैं और उन्होंने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते हैं.

अपनी कम उम्र के बावजूद, भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक पदक जीतने वाले देश के पहले और एकमात्र ट्रैक और फील्ड एथलीट बनकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है - वह भी स्वर्ण पदक.

वह विश्व चैंपियन भी हैं - सीनियर एथलेटिक्स में भारत के पहले चैंपियन - और डायमंड लीग विजेता भी हैं, जो किसी भी भारतीय द्वारा जीता गया पहला विजेता है.