घरेलू हिंसा के मामले में स्टार क्रिकेटर को हुई 4 साल की जेल, जानें क्या है पूरा मामला

Michael Slater: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर माइकल स्लेटर को कोर्ट ने 4 साल की सजा सुनाते हुए जेल भेजा. हालांकि, उन्हें जमानत मिल गई क्योंकि वे पहले ही जेल में अपना समय बिता चुके थे.

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Michael Slater: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा और अन्य गंभीर आरोपों में चार साल की जेल की सजा सुनाई गई है. हालांकि, 375 दिन पहले से हिरासत में रहने के कारण उनकी सजा को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया गया, जिसके चलते वे तुरंत रिहा हो गए. 

मंगलवार को क्वींसलैंड के मारूचीडोर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में यह फैसला सुनाया गया. 55 वर्षीय स्लेटर ने घरेलू हिंसा, स्टॉकिंग, चोरी और हमले जैसे कई आरोपों में अपनी गलती स्वीकार की थी. आइए, इस मामले की पूरी जानकारी जानते हैं.

क्या है पूरा मामला?

माइकल स्लेटर को अप्रैल 2024 में क्वींसलैंड के नूसा क्षेत्र में एक महिला के खिलाफ कई आपराधिक घटनाओं के आरोप में हिरासत में लिया गया था. उन पर गैरकानूनी स्टॉकिंग, हमला, गला दबाने की कोशिश और चोरी जैसे 19 गंभीर आरोप लगाए गए थे. ये घटनाएं दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच हुईं. 

कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि स्लेटर ने पीड़िता को धमकी दी थी कि वह उत्पीड़न की शिकायत न करे और आत्महत्या की धमकियां भी दी थीं. उनके व्यवहार को समय के साथ और अधिक अनियंत्रित बताया गया. पिछले साल बेल की अर्जी खारिज होने पर स्लेटर कोर्ट में ही गिर पड़े थे, जिसके बाद उन्हें जेल में रखा गया.

शराबखोरी को ठहराया गया जिम्मेदार

जज ग्लेन कैश ने स्लेटर को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, "यह साफ है, मिस्टर स्लेटर कि आप शराब के आदी हैं. यही आपकी समस्याओं की जड़ है." जज ने यह भी कहा कि स्लेटर के लिए शराब की लत से उबरना आसान नहीं होगा, क्योंकि यह उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. 

स्लेटर का क्रिकेट और विवादों से भरा करियर

माइकल स्लेटर ने 1993 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट डेब्यू किया था. उन्होंने 74 टेस्ट मैचों में 5312 रन बनाए, जिसमें 14 शतक शामिल हैं. इसके अलावा, उन्होंने 42 वनडे इंटरनेशनल मैच भी खेले. 2004 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे टीवी कमेंट्री में सक्रिय रहे लेकिन 2021 में चैनल सेवन ने उन्हें हटा दिया.

स्लेटर का विवादों से पुराना नाता रहा है. 2022 में उन्हें एक महिला के खिलाफ सामान्य हमले और स्टॉकिंग के आरोप में दो साल की सामुदायिक सुधार सजा दी गई थी.

India Daily