Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर लगातार नए-नए विवाद सामने आते रहे हैं. पहले मेजबानी को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव था लेकिन हाइब्रिड मॉडल के जरिए अब इस समस्या का समाधान हो चुका है. टीम इंडिया अपने सभी मुकाबले यूएई में खेलती हुई नजर आने वाली है. हालांकि, इस बीच एक मामला जोरों से सामने आया था कि अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाला मुकाबला संकट में फंसता हुआ दिखाई दे रहा था.
दरअसल, अफगानिस्तान में जबसे तालिबान की सत्ता स्थापित हुई है, उस समय से वहां पर कड़े कानून महिलाओं के लिए बना दिए गए हैं. उनकी आजादी को छीन लिया गया है और वे किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकती हैं. ऐसे में इंग्लैंड में 160 से अधिक राजनेताओं ने अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले को लेकर बहिष्कार की मांग की थी. ऐसे में अब इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इसको लेकर ताजा जानकारी दी है.
इस पूरे मामले को लेकर अब इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने बड़ी जानकारी दी है और बताया है कि वे इस मुकाबले का बहिष्कार करने वाले नहीं है. ईसीबी के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने बता करते हुए बताया है कि "इंटरनेशल क्रिकेट को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमें लगता है कि इस मामले को लेकर कुछ उचित कदम उठाने चाहिए. हमें पता चला है कि अफगानी लोगों के लिए क्रिकेट मनोरंजन का एक मुख्य स्त्रोत है और हम इसी वजह से इस मैच का बहिष्कार नहीं करने वाले हैं.
गौरतलब है कि सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया ने भी इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले को लेकर बहिष्कार किया था. वे अफगानी टीम के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज का बहिष्कार कर दिया था. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने दो बार सीरीज को रद्द कर दिया है और कुछ इसी तरह से इंग्लैंड के राजनेताओं ने बहिष्कार करने की मांग की थी. हालांकि, क्रिकेट बोर्ड ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है.