BCCI के कठोर नियम के आगे विराट कोहली झुके या दे दिया गच्चा, बाहर से मंगाना पड़ा खाना? जानें क्या है पूरा मामला
Virat Kohli get special food delivery: बीसीसीआई ने हाल ही में 10 सूत्रीय निर्देश जारी किए थे, जिसके तहत खिलाड़ियों के दौरे पर अपने निजी शेफ लाने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
Virat Kohli get special food delivery: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में टीम इंडिया के लिए एक नया नियम जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि खिलाड़ी अब अपने व्यक्तिगत स्टाफ जैसे शेफ, सुरक्षा गार्ड या सहायक को अपनी यात्रा पर नहीं ले जा सकते, जब तक कि उन्हें बोर्ड से अनुमति नहीं मिलती. यह निर्णय पिछले कुछ समय में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिया गया, खासकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान. इस नियम का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को एकजुट करना और घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देना है.
विराट कोहली के लिए स्पेशल खाना?
इस नियम के बावजूद, एक दिलचस्प घटना सामने आई है. हाल ही में, जब भारतीय टीम दुबई में अपनी चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए ट्रेनिंग कर रही थी, विराट कोहली को एक खास तरीके से खाना डिलीवर किया गया. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कोहली को टीम के लोकल मैनेजर के साथ एक चर्चा करते हुए देखा गया, और जब वह वापस लौटे, तो उनके हाथ में एक पेपर बैग था.
क्या था उस भोजन में?
रिपोर्ट में कहा गया कि बैग में विराट कोहली का पोस्ट-सेशन भोजन था, जिसमें कुछ बॉक्स थे. जबकि बाकी खिलाड़ी अपने किट बैग पैक कर रहे थे, विराट कोहली अपने भोजन का आनंद ले रहे थे और एक बॉक्स को यात्रा के दौरान खाने के लिए बचा लिया था. यह घटना इस बात को स्पष्ट करती है कि कोहली को अपने व्यक्तिगत पसंदीदा भोजन का विशेष ध्यान दिया गया, भले ही BCCI का 'नो पर्सनल शेफ' नियम लागू हो.
BCCI का उद्देश्य और घरेलू क्रिकेट पर ध्यान
BCCI ने यह नियम खिलाड़ियों की निजी सेवाओं पर कड़ा नियंत्रण रखने के लिए लागू किया है. बोर्ड का मानना है कि इससे न केवल टीम के एकजुटता में वृद्धि होगी, बल्कि घरेलू क्रिकेट को भी बढ़ावा मिलेगा. विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को इस नियम का पालन करना पड़ा, और इसके बाद उन्हें रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेने के लिए वापस भेजा गया. हालांकि, यह उन्हें टीम इंडिया के नियमित सदस्य के तौर पर कुछ समय के लिए बाहर करता है, लेकिन BCCI का लक्ष्य घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने का है.