Indian Paralympic Committee: पैरालंपिक खेलों में दो बार भारत के खाते में गोल्ड मेडल लाने वाले देवेन्द्र झाझड़िया को भारतीय पैरालंपकि समिति का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
42 साल के देवेन्द्र झाझड़िया ने जैवलिन थ्रो (भाला फेंक स्पर्धा) में खेलते हुए 2004 और 2016 में खेले गए पैरालंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता था. साल 2021 में खेले गए टोक्यो पैरालंपिक में सिलवर मेडल जीता था. वहीं वर्ल्ड पैरा चैपियनशिप 2013 में झाझड़िया ने गोल्ड जबकि 2015 में सिलवर मेडल अपने नाम किया था. जबकि 2014 के एशियन पैरा गेम्स में सिलवर मेडल अपने नाम किया था.
भाजपा ने चुरु लोकसभा से बनाया उम्मीदवार
देवेन्द्र झाझड़िया को आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने राजस्थान के चुरु सीट से टिकट दिया है. ये पहला मौका है जब किसी पार्टी ने किसी पैरालंपिक खिलाड़ी को राजनीतिक मैदान में उतारा है. 22 साल खेल की दुनिया में रहने के बाद जब झाझड़िया ने संन्यास का ऐलान किया था उसी समय ये तय हो गया था कि वो जल्दी ही समिति के नए अध्यक्ष बनेंगे. जिसके बाद अब इसका ऐलान भी हो गया है.
पद्म भूषण, श्री और अर्जुन अवॉर्ड से हो चुके हैं सम्मानित
वहीं देवेन्द्र झाझड़िया के खेल में किए गए प्रयास को देखते हुए भारत सरकार ने साल 2004 में ही अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया था. साल 2017 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित किया था. जबकि 2012 में पद्म श्री और साल 2022 में पद्म भूषण से नवाजा था.
अभी तक इस भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक थी. जो पैरालंपिक में एथलिट के तौर पर मेडल अपने नाम किया था. जिसकी जगह पर झाझड़िया को समिति का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.