भारत ने आईसीसी चैंपियंट ट्रॉपी के फाइनल में जगह बना लिया है. दुबई में खेले गए पहले सेमीफाइल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराया. एक बार फिर विराट कोहली का बल्ला नॉकआउट मुकाबले में चला. कोहली 84 रन की पारी तब खेली जब टीम को इसकी जरुरत थी. भारत ने 50 ओवर के आईसीसी टूर्नामेंट में अपनी सबसे बड़ी बाधा ऑस्ट्रेलिया को पार कर लिया. इस झटके से भारत ने 265 रनों का लक्ष्य छह विकेट और 11 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया.
मैच को कोहली की पारी के लिए याद किया जाएगा. कोहली ने एक बार फिर दिखाया की उन्हें चेज मास्टर क्यों कहा जाता है. जह टीम को उनसे रन की जरुरत थी कोहली खड़े हुए रन टीम को आगे लेकर गए. उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर साझेदारी की. कोहली ने इस मैच में भी कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. कोहली वनडे में टारगेट का पीछा करते हुए 8000 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. वह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के क्लब में शामिल हो गए.
मोहम्मद शमी के तीन विकेट
तेज गेंजबाज मोहम्मद शमी ने कमाल की गेंदबाजी की. पहले स्पेल में रन खर्च करने के बाद दूसरे स्पेल में शमी ने जोरदार वापसी की. मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 48 रन देकर 3 विकेट लिए. उन्होंने स्टीव स्मिथ, कॉनली और नाथन एलिस का विकेट चटकाया. जब टीम को विकेट की जरुरत थी उन्होंने विकेट दिलाई.
श्रेयस अय्यर और पांड्या का इंपैक्ट
श्रेयस अय्यर ने पहले फील्डिंग करते हुए एलेक्स कैरी को रन आउट किया. उन्होंने सेट बल्लेबाज एलेक्स कैरी को अपने डाइरेक्ट थ्रो से रन आउट किया, इससे ऑस्टेलिया के रन में फर्क पड़ा. एक समय लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया 280 रन तक जा सकती है. अय्यर ने 45 रन की पारी खेली. वहीं हार्दिक पांड्या ने अपनी शैली में बल्लेबाजी की. जब टीम को कुछ लंबे शॉट्स की जरुरत थी उन्होंने अपने हाथे खोले और तेजी से रन जुटा लिए. पंड्या ने इस मुकाबले में 24 गेंद में 28 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, इस दौरान 3 लंबे-लंबे छक्के जड़ दिए.