'बॉल को टेप कर के ..', सचिन तेंदुलकर ने बताया कैसे करते थे रिवर्स स्विंग के चैलेंज की तैयारी
Sachin Tendulkar on Reverse Swing: भारतीय फैन्स के बीच क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने अपने खेल के दिनों को याद करते हुए खुलासा किया कि कैसे वह रिवर्स स्विंग का सामना करने की अपनी स्किल को निखारने के लिए एक तरफ से टैप करके टेनिस बॉल से अभ्यास करते थे.
Sachin Tendulkar on Reverse Swing: सचिन तेंदुलकर, जिन्हें दुनिया भर में क्रिकेट का खेल खेलने वाले महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, ने बताया कि कैसे उन्होंने रिवर्स स्विंग से निपटने के लिए अपनी स्किल को बेहतर बनाने पर काम किया. तेंदुलकर ने उस दौर में खेला जब वसीम अकरम, वकार यूनिस और अन्य जैसे तेज गेंदबाज अपनी रिवर्स स्विंग से क्रिकेट की दुनिया पर छाए हुए थे, लेकिन भारतीय दिग्गज ने उनसे बेहतर प्रदर्शन करने का तरीका ढूंढ़ निकाला.
भारतीय बल्लेबाजी के इस दिग्गज ने सभी प्रारूपों में 100 शतकों के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में अपना करियर समाप्त किया. उन्होंने कई पीढ़ियों के गेंदबाजों पर हावी होने के लिए अपने करियर के दौरान अपनी तकनीक में कुछ बदलाव भी किए.
रिवर्स स्विंग का सामना करने के लिए अपनाया खास तरीका
मास्टर ब्लास्टर ने खुलासा किया कि कैसे वह रिवर्स स्विंग का सामना करने के लिए अपने कौशल को निखारने के लिए एक तरफ से टैप करके टेनिस बॉल से अभ्यास करते थे.
तेंदुलकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए खुलासा किया और कहा, 'अपने खेल के दिनों में, मैं गेंद को एक तरफ से टेप करता था. सीजन में (चमड़े की) गेंदों पर हम चमकदार और खुरदरी साइड देखते हैं और टेनिस बॉल पर हम एक साइड पर टेप लगाते हैं और मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसका सामना करने के लिए रिवर्स स्विंग का अभ्यास करता था."
आईएसपीएल के जरिए टैलेंट दिखाने का मिलेगा मौका
सचिन तेंदुलकर ने ये खुलासा एक नए टी10 क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग (आईएसपीएल) के लॉन्च को लेकर कही, जिसमें उन्होंने रिवर्स स्विंग खेलने की अपनी स्किल में सुधार का श्रेय टेनिस बॉल की अपनी प्रैक्टिस को दिया. आईएसपीएल की कोर कमिटी में बतौर मेंबर शामिल सचिन तेंदुलकर का मानना है कि रिवर्स स्विंग की शुरुआत से बल्लेबाजों की तकनीक का परीक्षण होगा.
उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि क्यों न इसे इस प्रारूप में पेश किया जाए और अगर इसे लागू किया जाता है तो बल्लेबाजों की तकनीक का भी परीक्षण होगा. अगर हम बल्लेबाजों को कुछ फायदा दे रहे हैं तो गेंदबाजों को भी खेल में शामिल होना चाहिए. आईएसपीएल उन लोगों को एक मंच देने के बारे में है, जिन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला है. इस टूर्नामेंट ने नए दर्शकों को खेल का आनंद दिया है और देश भर के युवा क्रिकेटरों के लिए दरवाज़े खोले हैं. मुझे उम्मीद है कि यह लीग आगे भी बढ़ती रहेगी और भारतीय क्रिकेट पर एक स्थायी प्रभाव डालेगी, जिससे हर खिलाड़ी को बड़े सपने देखने का मौका मिलेगा.”
आईएसपीएल, स्टेडियम के अंदर खेला जाने वाला देश का पहला टेनिस बॉल टी10 क्रिकेट टूर्नामेंट है, जो अपने दूसरे सीजन के लिए तैयार है, जो 26 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 तक दादोजी कोंडदेव स्टेडियम, ठाणे में शुरू होगा.