George Foreman Passes Away: दुनिया के महान बॉक्सिंग के दिग्गज और दो बार के विश्व हेवीवेट चैंपियन जॉर्ज फोरमैन का 76 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक बयान जारी किया गया, जिसमें बताया गया कि फोरमैन ने 21 मार्च 2025 को अपने करीबियों के बीच अंतिम सांस ली. बता दें कि इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए पोस्ट में कहा गया, ''बड़े दुख के साथ हम अपने प्यारे जॉर्ज एडवर्ड फोरमैन सीनियर के निधन की खबर दे रहे हैं. वे एक समर्पित उपदेशक, प्यार करने वाले पिता, गर्वित दादा और परदादा थे. उनकी पूरी जिंदगी अनुशासन, अटूट विश्वास और विनम्रता से भरी रही.''
'रंबल इन द जंगल' के नायक
बताते चले कि फोरमैन को मुक्केबाजी की दुनिया में उनकी अद्वितीय ताकत और प्रतिष्ठित मुकाबलों के लिए जाना जाता है. उन्होंने 1974 में किंशाशा, जैरे (अब कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य) में हुए ऐतिहासिक 'रंबल इन द जंगल' मुकाबले में मुहम्मद अली से सामना किया था. हालांकि, इस मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर मुक्केबाजों में होती रही.
ओलंपिक से प्रोफेशनल बॉक्सिंग तक का सफर
वहीं फोरमैन ने 1968 में मैक्सिको ओलंपिक में सोवियत सेनानी जोनास सेपुलिस को हराकर स्वर्ण पदक जीता था. जीत के बाद उन्होंने स्टेडियम के चारों कोनों में अमेरिकी झंडा लहराया, जो उनके देश के प्रति गहरे प्रेम को दर्शाता था. हालांकि, अमेरिका लौटने पर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा. उन्होंने एक बार कहा था, ''मैंने झंडा इसलिए लहराया ताकि दुनिया को पता चले कि मैं एक गर्वित अमेरिकी हूं. अगर मुझे फिर से मौका मिलता, तो मैं दो झंडे लेकर चलता.''
जो फ्रेजियर को हराकर बने हेवीवेट चैंपियन
साथ ही बता दें कि 1973 में फोरमैन ने किंग्स्टन, जमैका में जो फ्रेजियर को हराकर हेवीवेट चैंपियन का खिताब जीता. उन्होंने फ्रेजियर को मात्र दो राउंड में छह बार गिराकर WBA और WBC हैवीवेट बेल्ट पर कब्जा किया. इसके बाद उन्होंने प्यूर्टो रिको के जोस रोमन और अमेरिकी मुक्केबाज केन नॉर्टन को हराकर अपनी खिताबी रक्षा की.
दूसरी बार बनी हेवीवेट चैंपियन
वहीं 1994 में उन्होंने माइकल मूरर को हराकर IBF और WBA हेवीवेट खिताब जीता. यह उनकी अली से हार के 20 साल बाद हुआ और उन्होंने इसे अपने करियर की सबसे बड़ी जीत बताया.