भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्द ही अपनी कोचिंग स्टाफ में बदलाव करने जा रहा है. इसके तहत BCCI ने एक महत्वपूर्ण पद, स्पिन बॉलिंग कोच, के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. यह पद साईराज बहुतुले द्वारा इस्तीफा देने के बाद खाली हुआ था. बहुतुले ने इस साल राजस्थान रॉयल्स आईपीएल फ्रेंचाइजी से जुड़ने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अब BCCI ने इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं.
BCCI का "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस" (COE), जो पहले नेशनल क्रिकेट एकैडमी (NCA) के नाम से जाना जाता था, अब बैंगलोर में स्थित है. इस केंद्र में देशभर के युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है. अब नए स्पिन बॉलिंग कोच का काम होगा भारतीय क्रिकेट टीम के सभी आयु वर्गों और टीमों में स्पिन बॉलिंग के विकास और प्रदर्शन में सुधार लाना.
स्पिन बॉलिंग कोच का काम सिर्फ प्रशिक्षण तक सीमित नहीं होगा. उन्हें टीम के चयनकर्ताओं, राष्ट्रीय और राज्य स्तर के कोचों, प्रदर्शन विश्लेषकों और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण योजनाएं तैयार करनी होंगी. इसके अलावा, कोच को खिलाड़ियों की फिटनेस और रीहैबिलिटेशन पर भी ध्यान देना होगा, विशेष रूप से चोटिल क्रिकेटरों के लिए.
BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने एक मीडिया रिलीज में बताया कि स्पिन बॉलिंग कोच को VVS लक्ष्मण, जो COE के हेड हैं, के साथ मिलकर काम करना होगा और वे कोचिंग प्रोग्राम्स तैयार करने और प्रदर्शन की निगरानी में मदद करेंगे.
स्पिन बॉलिंग कोच के पद के लिए BCCI ने कुछ विशेष योग्यताएं निर्धारित की हैं. उम्मीदवार को या तो पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी होना चाहिए या फिर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 75 मैचों का अनुभव होना चाहिए. इसके अलावा, उम्मीदवार को BCCI स्तर 2 या 3 का कोचिंग प्रमाण पत्र प्राप्त होना चाहिए. यदि उम्मीदवार के पास उच्च प्रदर्शन कोच के रूप में कोई पूर्व अनुभव है, तो उसे वरीयता दी जाएगी.
नए स्पिन बॉलिंग कोच को तकनीकी रूप से भी सक्षम होना चाहिए. उन्हें बायोमकैनिक और GPS डिवाइस से संबंधित डेटा को समझने की क्षमता होनी चाहिए, ताकि वे खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकें.