menu-icon
India Daily

ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने विराट कोहली को बताया 'जोकर', भड़के रवि शास्त्री

शास्त्री ने कहा कि आप जानते हैं, आपको मेलबर्न में जीतना है. इसलिए, ये सभी चीजें सामने आती हैं. मैं कई बार ऑस्ट्रेलिया जा चुका हूं. ऐसा लगता है कि पूरा देश टीम के पीछे खड़ा है सिर्फ़ भीड़ ही नहीं, बल्कि मीडिया भी. मुझे आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि मैं हताशा की भावना देख सकता हूं.

auth-image
Edited By: Gyanendra Sharma
Virat Kohli
Courtesy: Social Media

बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान विराट कोहली और 19 वर्षीय सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास के बीच मैदान पर झड़प हुई. इसपर ऑस्ट्रलिया मीडिया बेकाबू हो गया है. कोहली के बारे में कुछ भी कहा और लिखा जा रहा है. शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया पर एक लोकप्रिय ऑस्ट्रेलियाई अख़बार के खेल पृष्ठ की एक क्लिप वायरल हुई. इस लेख की हेडलाइन थी 'जोकर कोहली', साथ में भारतीय सुपरस्टार की 'जोकर की नाक' वाली तस्वीर भी थी. 

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों ने भी विराट कोहली की आलोचना की और सीनियर बल्लेबाज के इस कदम की निंदा की. गुरुवार को मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. पूर्व कोच रवि शास्त्री ऑस्ट्रेलिया मीडिया के बर्ताव से हैरान हैं. रवि शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा कि आप अपने देश में ऐसी उम्मीद करते हैं. मैं चाहता हूं कि हमारा देश इस तरह की परिस्थितियों में अपने खिलाड़ियों के लिए बड़े पैमाने पर खड़ा हो. मैं इससे बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने यहां 14-15 सालों में जीत हासिल नहीं की है. आखिरी बार उन्होंने एमसीजी में 2011 में टेस्ट मैच जीता था. इसलिए, जब उन्हें बेकाबू होने का मौका मिलेगा, तो वे बेकाबू हो जाएंगे. 

हाताश है ऑस्ट्रेलिया

शास्त्री ने कहा कि आप जानते हैं, आपको मेलबर्न में जीतना है. इसलिए, ये सभी चीजें सामने आती हैं. मैं कई बार ऑस्ट्रेलिया जा चुका हूं. ऐसा लगता है कि पूरा देश टीम के पीछे खड़ा है सिर्फ़ भीड़ ही नहीं, बल्कि मीडिया भी. मुझे आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि मैं हताशा की भावना देख सकता हूं. अगर ऑस्ट्रेलिया पहले ही 3-0 या 2-0 से आगे होता, तो सुर्खियां शायद अलग होतीं.

रवि शास्त्री ने दिया विराट का साथ

रवि शास्त्री ने उन लोगों की भी आलोचना की जिन्होंने विराट कोहली को कड़ी सजा नहीं मिलने की शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि आईसीसी को भारतीय बल्लेबाज के लिए सजा निर्धारित करने से पहले उचित प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए था. शास्त्री ने 2018 में कैगिसो रबाडा और स्टीव स्मिथ से जुड़ी घटना को याद करते हुए बताया कि कैसे दक्षिण अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ पर लगा एक मैच का प्रतिबंध हटा दिया गया और अपील के बाद सज़ा घटाकर 25 प्रतिशत मैच फ़ीस कर दी गई. शास्त्री ने कहा कि आचार संहिता के इस तरह के उल्लंघन के लिए मिसाल कायम की गई है.