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India Daily

विराट नहीं! आकाश दीप ने रोहित शर्मा को बताया सबसे बेहतरीन कप्तान, बोले- वे सभी का काम...'

Akash Deep: भारत के तेज गेंदबाज आकाश दीप का कहना है कि रोहित शर्मा सबसे बेहतरीन कपतान हैं. वे युवा खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हैं और ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत ही आसान बनाते हैं, जिसकी वजह से प्रदर्शन करना आसान हो जाता है.

Akash Deep
Courtesy: X

Akash Deep: युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप ने भारतीय टीम में अपनी शुरुआत रोहित शर्मा की कप्तानी में की थी और उनका मानना है कि रोहित शर्मा दुनिया के सबसे बेहतरीन कप्तान हैं. आकाश का कहना है रोहित दुनिया के सबसे अच्छे कप्तान हैं और उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता. उन्होंने हमेशा ही युवा खिलाड़ियों को सपोर्ट किया और ड्रेसिंग रूम का माहौल बेहद शांत रखा.

युवाओं के साथ सरल व्यवहार करते हैं रोहित- आकाश दीप

हाल ही में न्यूज 18 को दिए गए एक इंटरव्यू में आकाश ने बताया कि एक युवा खिलाड़ी के रूप में बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलने का दबाव होता है, लेकिन रोहित शर्मा यह सुनिश्चित करते हैं कि खिलाड़ी दबाव महसूस न करें. उन्होंने कहा, "जब मैं अपना डेब्यू कर रहा था, तो रोहित भाई ने मुझे पूरी तरह से सपोर्ट किया. उन्होंने मुझे एक गेंदबाज के रूप में पूरी आज़ादी दी और जब भी मेरी योजनाओं में कमी होती, वे खुद सुझाव देते थे."

कप्तान के रूप में रोहित का खास गुण

आकाश के अनुसार, रोहित शर्मा का सबसे बड़ा गुण उनका शांत स्वभाव और टीम को लेकर उनका सकारात्मक दृष्टिकोण है. उन्होंने कहा, "ड्रेसिंग रूम का माहौल इतना सहज और सकारात्मक होता है कि खिलाड़ी बिना किसी तनाव के प्रदर्शन कर पाते हैं. रोहित भाई की यही खूबी उन्हें सबसे बेहतरीन कप्तान बनाती है."

खिलाड़ियों को मिलता है भरोसा और आज़ादी

आकाश ने यह भी बताया कि रोहित शर्मा सभी खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने की पूरी आज़ादी देते हैं. "उन्होंने मुझे मेरे खेल में सुधार करने का मौका दिया और हमेशा मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया. उनके सुझाव मेरी गेंदबाजी को बेहतर बनाने में बहुत मददगार रहे."

BGT में कुछ खास नहीं कर सके थे आकाश

अगर आकाश दीप की बात करें तो इस खिलाड़ी ने पिछले कुछ समय से टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि, वे हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे. इसी वजह से उन्हें सिडनी में खेले गए अंतिम मैच में बाहर बैठना पड़ा था.