Ajinkya Rahane Dismissal controversy in Ranji Trophy: भारत का सबसे बड़ा घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी 2024-25 इस समय खेली जा रही है. इस बार भारत के कई सितारे इसमें हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि, इसी बीच एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को चौंका दिया है. इसके बाद से ही अब अंपायरिंग पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि इस समय मुंबई के BKC मैदान पर मुंबई और जम्मू-कश्मीर के बीच मुकाबला खेला जा रहा है.
इस मैच को लेकर सबसे अधिक चर्चा रही क्योंकि भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी यहां पर खेलने का फैसला किया और इसके बाद मुंबई की बल्लेबाजी को लेकर सवाल उठे. इसी कड़ी में एक समय ऐसा आया, जब मुंबई की टीम हार के मुहाने पर पहुंचने वाली थी लेकिन तभी शार्दुल ठाकुर ने शतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को संकट से बाहर निकाला. हालांकि, इस दौरान अंपायरिंग को लेकर भी सवाल उठे.
दरअसल, मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे मैदान पर बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे और तभी एक घटना 25वें ओवर में घटी जिसने हर किसी को चौंका दिया है. रहाणे बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज उमर नजीर की एक गेंद पर मुंबई के कप्तान चकमा खा गए और उसके बाद गेंद फील्डर के हाथों में चली गई.
रहाणे ने कैच को देखते हुए ड्रेसिंग रूम का रास्ता नाप लिया और शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी के मैदान पर आ गए. हालांकि, तभी पता चला कि नजीर के द्वारा फेंकी गई ये गेंद नो -बॉल थी. ऐसे में रहाणे को ड्रेसिंग रूम से वापस बुलाया गया और वे दोबारा बल्लेबाजी करने लगे. हालांकि, इस घटना ने अब घरेलू क्रिकेट में अंपायरिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इस मैच में मुंबई की टीम एक समय संघर्ष करती हुई नजर आ रही थी लेकिन तभी स्टार ऑलराउंडर ठाकुर अपनी टीम के लिए संकटमोचक बन गए. ठाकुर ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से मुंबई को एक मुश्किल से बाहर निकाला. शार्दुल ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 119 गेंदों पर 17 चौके की मदद से 113 रन बनाकर नाबाद हैं.