रणजी ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के बावजूद रोहित शर्मा-ऋषभ पंत के समर्थन में उतरा पूर्व भारतीय ओपनर, बोले- इससे कोई फर्क नहीं...'
Aakash Chopra: रोहित शर्मा के इस प्रदर्शन के बाद कई सवाल उठे, लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने उनका बचाव किया. उन्होंने कहा, "सच्चाई यह है कि आप रन बनाएं या न बनाएं, इसका आपके करियर या टेस्ट फॉर्म पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसका टेस्ट क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि अगला टेस्ट मैच पांच महीने बाद है.
Aakash Chopra on Rohit Sharma Form: भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन के कारण आलोचनाओं का सामना कर रही है. न्यूजीलैंड से 3-0 की हार और उसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से 3-1 से हार ने टीम के आत्मविश्वास को झटका दिया. इसके अलावा, भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने का मौका भी गंवा दिया.
इन हालातों को सुधारने के लिए बीसीसीआई ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खेलने का निर्देश दिया, ताकि उनकी फॉर्म वापस आ सके और वे अपनी रेड बॉल क्रिकेट की स्किल्स को बेहतर कर सकें.
रणजी ट्रॉफी में स्टार खिलाड़ियों का संघर्ष
रणजी ट्रॉफी में भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी जैसे रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और शुभमन गिल खेल रहे हैं. हालांकि, इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है. भारतीय टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन विशेष रूप से निराशाजनक रहा. उन्होंने मुंबई के लिए जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैच में दोनों पारियों में मिलाकर केवल 31 रन बनाए. ऋषभ पंत और अन्य खिलाड़ियों की भी स्थिति कुछ खास अलग नहीं रही.
आकाश चोपड़ा ने किया रोहित और पंत का समर्थन
रोहित शर्मा के इस प्रदर्शन के बाद कई सवाल उठे, लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने उनका बचाव किया. उन्होंने कहा, "सच्चाई यह है कि आप रन बनाएं या न बनाएं, इसका आपके करियर या टेस्ट फॉर्म पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसका टेस्ट क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि अगला टेस्ट मैच पांच महीने बाद है." आकाश चोपड़ा ने यह भी बताया कि रणजी ट्रॉफी में रन बनाने या न बनाने से खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय फॉर्म पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता.
रणजी ट्रॉफी का मकसद और भविष्य की तैयारी
बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों को शामिल करके उन्हें अपनी तकनीक पर काम करने का मौका दिया है. यह कदम खिलाड़ियों को बेहतर बनाने और आने वाले टेस्ट मुकाबलों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से उठाया गया है. हालांकि, आकाश चोपड़ा का मानना है कि इन मैचों के नतीजे खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय करियर को प्रभावित नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि इस समय खिलाड़ियों को अपने खेल को सुधारने और आत्मविश्वास को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए.
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