Science News: नासा ने अंतरिक्ष में एक ऐसे एस्टेरॉयड की खोज की है, जिसकी अनुमानित कीमत 10 क्विंटलियन डॉलर (8,000,000,000,000,000,000 पाउंड) है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इस एस्टेरॉयड में प्रचुर मात्रा में प्लेटिनम और पैलेडियम जैसे बहुमूल्य धातु मौजूद हैं. ये धातुएं इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल निर्माण में अत्यधिक उपयोगी होती हैं.
नासा ने हाल ही में स्पेसएक्स फाल्कन हेवी रॉकेट के जरिए 16 साइकी नामक एस्टेरॉयड की जांच शुरू की है. इस मिशन में मिले सैंपल्स ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया. यह एस्टेरॉयड अपने आकार और धातुओं की संरचना के कारण बेहद खास माना जा रहा है. माना जा रहा है कि यह 30-60% धातु से बना है और इसका सतह क्षेत्र लगभग 64,000 वर्ग मील है.
अगर इस एस्टेरॉयड की कुल संपत्ति को पूरी दुनिया की जनसंख्या में बांटा जाए, तो प्रत्येक व्यक्ति अरबपति बन सकता है. 8 क्विंटलियन पाउंड को 8 अरब लोगों के बीच बांटने पर हर व्यक्ति को 1 अरब पाउंड मिलेंगे. हालांकि, अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यह असलियत में संभव नहीं है क्योंकि इतनी बड़ी संपत्ति का वितरण वैश्विक अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर सकता है. इससे महंगाई बढ़ेगी और असमानता और अधिक हो सकती है.
हालांकि, नासा का इस खोज का उद्देश्य मुनाफा कमाना नहीं है. इस मिशन का उद्देश्य एस्टेरॉयड की संरचना को समझना और यह जानना है कि ग्रहों और उनके कोर का निर्माण कैसे हुआ. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस खोज से ब्रह्मांड के विकास और उसकी विशेषताओं को समझने में मदद मिलेगी.
यह एस्टेरॉयड वर्तमान में मंगल और बृहस्पति के बीच मुख्य एस्टेरॉयड बेल्ट में स्थित है और 2.2 अरब मील की दूरी तय कर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह जुलाई 2029 तक पृथ्वी के करीब पहुंचेगा.