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अयोध्या ही नहीं बुंदेलखंड के राजा हैं प्रभु श्रीराम, दिन में पांच बार 'गार्ड ऑफ ऑनर' देती है पुलिस

Lord Rama : दुनिया जानती है कि प्रभु श्रीराम अयोध्या के राजा थे, लेकिन भारत में एक और ऐसी जगह है, जहां पर प्रभु राम राजा के रूप में विराजते हैं. यहां पर पुलिस दिन में पांच बार उनको गार्ड ऑफ ऑनर देती है.

Courtesy: unsplash

अयोध्या ही नहीं बुंदेलखंड के राजा हैं प्रभु श्रीराम, दिन में पांच बार 'गार्ड ऑफ ऑनर' देती है पुलिस

अयोध्या ही नहीं बुंदेलखंड के राजा हैं प्रभु श्रीराम, दिन में पांच बार 'गार्ड ऑफ ऑनर' देती है पुलिस

अयोध्या के राजा हैं राम

Lord Rama : अयोध्या राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी होने जा रही है. प्रभु श्रीराम अयोध्या के राजा थे, लेकिन भारत में एक और ऐसी जगह है, जहां पर आज भी प्रभु श्रीराम को राजा के रूप में पूजा जाता है.

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कहां पर है यह जगह?

यह जगह बुंदेलखंड के ओरछा में स्थित है. यह मंदिर करीब 400 साल पुराना है. इस मंदिर के बारे में कई सारी कहानियां कही जाती हैं.

Courtesy: pexels

यहां के भी राजा हैं भगवान श्रीराम

ओरछा में श्रीराम राजा मंदिर स्थित है. यहां के राजा भी प्रभु श्रीराम ही हैं. यहां प्रभु श्रीराम को छोड़कर कोई भी वीआईपी नहीं है.

दिया जाता है गार्ड ऑफ ऑनर

पुलिस द्वारा राजा राम को दिन में 5 गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है. यह परंपरा आज से करीब 400 साल पहले से चली आ रही है. यहां पर राजा राम के अलावा किसी और को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता है.

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400 साल पुराना है मंदिर का इतिहास

इस मंदिर का इतिहास 400 साल पुराना है. मान्यता है कि बुंदेलखंड की राजधानी ओरछा के राजा मधुकर शाह की पत्नी महारानी कुंवर गणेश भगवान श्रीराम की परम भक्त थीं.

कड़ी तपस्या से किया था प्रभु को प्रसन्न

प्रभु श्रीराम को प्रसन्न करने के लिए रानी ने अयोध्या में कड़ी तपस्या की थी. इसके बाद प्रभु श्रीराम ने उन्हें बाल स्वरूप में साक्षात् दर्शन दिए थे.

ओरछा चलने का किया था निवेदन

रानी ने प्रभु श्रीराम से ओरछा चलने का निवेदन किया था. इस पर प्रभु ने उनकी बात मान ली थी.

भगवान राम ने रखी थीं दो शर्तें

प्रभु श्रीराम ओरछा चलने को तो राजी हो गए थे, लेकिन उन्होंने रानी के सामने 2 शर्तें रख दी थीं.

ये रखी थीं शर्तें

भगवान श्रीराम ने पहली शर्त रखी थी कि हम जहां विराजमान होंगे, वहां से हमें कोई हिला नहीं पाएगा.

दूसरी थी ये शर्त

प्रभु श्रीराम की दूसरी शर्त थी कि ओरछा के राजा वे स्वयं होंगे. रानी ने उनकी सारी शर्तें मान लीं और वे उन्हें महल में ले आईं.

मंदिर में तब्दील हो गया महल

मूर्ति को कोई हिला नहीं सकता था. इस कारण मंदिर को ही महल में तब्दील कर दिया गया. इसके बाद से ओरछा के राजा भगवान श्रीराम हो गए.

श्रीराम को छोड़कर बाकी सभी हैं प्रजा

यहां पर प्रभु श्रीराम को छोड़कर बाकी सभी लोग प्रजा हैं. लोग यहां दर्शन करने आते हैं और अपनी हाजिरी लगाते हैं.