हर साल कैंसर ले लेता है लाखों जान, इन देशों में होती हैं सबसे ज्यादा मौत

World Cancer Day 2024: आज के (4 फरवरी) दिन विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे की वजह लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी के प्रति जागरुक करना और इससे होने वाली मौत की दर को कम करना है.

Gyanendra Tiwari

World Cancer Day 2024: कैंसर. एक ऐसी बीमारी जो हर साल लाखों लोगों की जान ले रहा है. इस घातक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है. कैंसर से होने वाली मौतों को करना ही विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य है. विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत 4 फरवरी सन 2000 को हुई थी.

कैंसर उन खतरनाक बीमारियों में से एक है जो शरीर के किसी अंग या ऊतक (TIssue) को प्रभावित कर सकता है. पहले यह हमारे शरीर की एक सेल (कोशिका) को प्रभावित करता फिर धीरे-धीरे ये और बड़ा रूप ले लेता है. कैंसर शरीर के एक अंग से दूसरे अंग तक फैलने की क्षमता होती है.

विश्व कैंसर दिवस की थीम

वैश्विक संस्था यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए काम करती है. 2024 में विश्व कैंसर दिवस की थीम 'कैंसर केयर गैप को कम करना'  (देखभाल के अंतर को खत्म करना) है. इस थीम का उद्देश्य है कि कैंसर के प्रति सभी लोगों को समान रूप से स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे और वो कैंसर के प्रति जागरूक हों.

इन देशों में होती है ज्यादा मौत

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिसीस के 2017 के डाटा के मुताबिक उस साल कैंसर से 9.56 मिलियन लोगों की मौत कैंसर हुई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो कैंसर के 60 फीसदी से अधिक मामले कम और मध्यम आय वाले देशों में पाए जाते हैं. और कैंसर से होने वाली 70 फीसदी मौतें कम और मध्यम आय वाले देशों में ही होती है. 

 विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो भारत में 2022 में 14 लाख 1 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे. इतना ही नहीं 9 लाख 1 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई थी. वहीं Indian Council of Medical Research के मुताबिक 2023 में भारत में सर्वाइकल कैंसर के कुल 3 लाख 40 हजार से अधिक मामले सामने आए थे.

पुरुषों और महिलाओं में कैंसर

इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) के अनुसार पुरुषों में सबसे ज्यादा होंठ के कैंसर पाए जाते हैं. पुरुषों में मुंह के कैंसर के 15.6 फेफड़े के कैंसर के मामले 8.5 फीसदी कैंसर सबसे अधिक थे. जबकि महिलाओं में सबसे ज्यादा स्तन कैंसर के 27 फीसदी और गर्भाशय ग्रीवा के 18 फीसदी मामले आते हैं. 

वीडियो में देखें पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर से मौत की खबर झूठी थी या सही