Yoga For Healthy Heart: आज के समय में बदलती लाइफस्टाइल के चलते कौन, कब, किस बीमारी से घिर जाए कुछ नहीं पता. इसलिए अपने आपको फिट रखना बहुत ही जरूरी है. हाल ही में खबर आई थी कि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर हेल्थ विषय पर भाषण दे रहे थे तभी अचानक उनको हार्ट अटैक आ गया और उनकी मृत्यु हो गई. खबरों की मानें तो वो एकदम स्वास्थ्य लेकिन फिर भी उनको हार्ट अटैक आ गया. आप सोचिए जब इतने हेल्दी आदमी को हार्ट अटैक आ सकता है तो किसी आदमी जो योग या फिर नियमित एक्सरसाइज वगैरा नहीं करता उसे क्यों नहीं आ सकता है? कई ऐसे योगासन हैं जिन्हें करके हम हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं. आज के इस लेख में हम आपको ऐसे 4 योगासन के बारे में बताएंगे जिन्हें रोजाना करने से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है.
इस योग को करने से शरीर को अनेकों फायदे मिलते हैं. इसे करने से शरीर की 99 फीसदी मांसपेशियां मजबूत होती हैं. अगर आप दिन भर में 10 से 15 मिनट ही योग के लिए निकाल पाते हैं तो यह योगासन आपके लिए बेस्ट रहने वाला है.
वीरभद्रासन
वीरभद्रासन योग करने से आप हृदय रोग के खतरे को कम कर सकते हैं. इस योगासन को करने से हमारी छाती, फेफड़ों, कंधे, गर्दन और पेट की एक्सरसाइज हो जाता है. यह योगासन हमारी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. कहा जाता है कि इसे करने से शरीर का संतुलन बना रहता है. अगर आप रोजाना इस योगासन को करते हैं तो हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है.
ताड़ासन
इस योगासन को करने से कई फायदे मिलते हैं. यह हमारे घुटनों, टखनों और भुजाओं को मजबूत बनाता है साथ ही साथ हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार होता है. इसे करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है. इसे करने के लिए सीधा खड़े हो जाएं और हवा में लहराते हुए अपने हाथों को सीधा ऊपर ले जाएं और जोडे़ं. हाथों को जोड़कर रखें और पंजों के बल खड़े हो जाएं.
चक्रासन
चक्रासन करना स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद होता है. इस योग को करने से छाती की मांसपेशियों में खिंचाव आता है. और हृदय की कार्य प्रणाली में सुधार होता है. ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है. इसे करे के लिए पीठ के बल लेट जाएं और फिर अपने घुटनों को मोड़ें. हाथों को उल्टा करके कंधे के पीछे ले जाएं.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.