समुद्र के बीचो-बीच बनी वो दरगाह जो कभी नहीं डूबती, क्या हिंदू-क्या मुस्लिम सभी यहां आते हैं!
Haji Ali Dargah: आज हम आपको एक ऐसे धार्मिक स्थल के बारे में बताएं जो समुद्र के बीच में है. ये स्थल देश की आर्थिक राजधानी कही जानी वाली माया नगरी मुंबई में है. आइए इसका नाम और इसके बारे में जानते हैं.

Haji Ali Dargah: ठंड के मौसम में बहुत से लोगों को घूमने का शौक होता है. इसलिए बहुत से लोग उत्तर भारत राज्यों का रुख करते हैं. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्यों में ठंड में आना लोग पसंद करते हैं. हालांकि, देश में और भी ऐसे कई स्थान हैं जहां लोग पसंद करते हैं. बहुत से लोग इस मौसम में समुद्र के बीच बने किसी मोनुमेंट्स की सैर करना पसंद करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे धार्मिक स्थल के बारे में बताएं जो समुद्र के बीच में है. ये स्थल देश की आर्थिक राजधानी कही जानी वाली माया नगरी मुंबई में है. आइए इसका नाम और इसके बारे में जानते हैं.
हम जिस धार्मिक स्थल की बात कर रहे हैं उसका नाम है हाजी अली दरगाह. बहुत से लोगों ने इसके बारे में सुना होगा. कई लोगों इसके बारे में पहली बार सुन रहे होंगे. ये दरगाह अरब सागर के बीच में बनी है. लगभग 400 सालों से ये जस की तस है. भले ही यह मुस्लिमों का धार्मिक स्थल है. लेकिन यहां हिंदू भी घूमने आते हैं. यहां तक पहुंचने के लिए लोग छोटी-छोटी चट्टानों से होकर गुजरते हैं.
इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक हाजी अली दरगाह को 1431 में सैय्यद पीर हाजी अली बुखारी ने बनवाया था. इस स्थल पर हिंदू और मुस्लिमों दोनों समुदायों के लोग आते हैं. मुंबई के अहम पर्यटक स्थलों में से ये एक है. जानकारी के मुताबिक सैय्यद पीर हाजी अली उज्बेकिस्तान से भारत आए थे. कहा जाता है कि जब हाजी अली भारत आए तो वो मुंबई के वर्ली इलाके में रहा करते थे. यह जगह उन्हे काफी पसंद आ गई और वो यहीं रहकर अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करने लगे.
कहा जाता है कि समुद्र में चाहे जितना भी तूफान आए ये दरगाह कभी नहीं डूबती. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति यहां आकर दिल से दुआ मांगता है उसकी मन्नत पूरी होती है. हर साल यहां भारी संख्या में लोग आते हैं.