Cardiac Arrest: कभी क्लास में बैठे-बैठे, तो सभी शादी में नाचते हुए इन दिनों कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. इसके पीछे कुछ लोग कोरोना की वैक्सीन को जिम्मेदार बता रहे हैं. हालांकि, आईसीएमआर की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि कार्डियक अरेस्ट से होने वाली इन मौतें के लिए कोरोना वैक्सीन जिम्मेदार नहीं है.
कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी स्थिति है जिसमें हृदय की धड़कन अचानक काम करना बंद कर देता है. कई बार ऐसा भी देखने को मिला है कि कार्डियक अरेस्ट आने पर व्यक्ति बेहोश हो जाता है. इसके बाद तुरंत इलाज नहीं मिलने पर लोगों की जान तक चली जाती है. आइए जानते हैं कार्डियक अरेस्ट आने के पीछे की क्या वजह हो सकती है.
कोरोनरी धमनी रोग: धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने से रक्त का प्रवाह रुक जाता है, जिससे हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और कार्डियक अरेस्ट हो सकता है.
हार्ट अटैक: हृदय की किसी धमनी में अचानक रुकावट होने से हृदय के एक हिस्से को रक्त नहीं मिल पाता, जिससे वह कमजोर हो जाता है और कार्डियक अरेस्ट हो सकता है.
हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी: हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी के कारण हृदय प्रभावी ढंग से रक्त पंप नहीं कर पाता, जिससे कार्डियक अरेस्ट हो सकता है.
अनियमित दिल की धड़कन: अनियमित दिल की धड़कन के कारण हृदय लयबद्ध तरीके से रक्त पंप नहीं कर पाता, जिससे कार्डियक अरेस्ट हो सकता है.
बिजली का झटका लगना: कुछ मामलों में बिजली का झटका भी कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है.