Alaskapox Virus : कोरोना वायरस का खौफ अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि दुनिया में एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है. इसकी वजह से अमेरिका में एक मौत भी हो गई है. अभी तक इसकी चपेट में कुल 6 लोग आए हैं. इस वायरस को लेकर लोगों में डर बैठ गया है कि कहीं ये वायरस भी कोरोना की तरह दुनिया को बेहाल तो नहीं कर देगा. आइए जानते हैं कि अलास्का पॉक्स बीमारी क्या है और यह कैसे फैलती है.
अलास्का में फैलने के कारण इसको अलास्का पॉक्स नाम दिया गया है. साल 2015 में अलास्का में एक नए वायरस की खोज हुई. यह वायरस फेयरबैंक्स नॉर्थ स्टार बोरो पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से बाहर निकला था. फरवरी 2024 तक इस वायरस से सिर्फ सात ही लोग संक्रमित हुए थे. अब पहली बार इस वायरस से किसी की मौत हुई है.
यह बीमारी छोटे स्तनधारी जीवों में खोजी गई है. इस वायरस के संक्रमण के बाद स्किन पर लाल धब्बे दिखने लगते हैं. इसके साथ ही दाने भी निकल आते हैं. सही समय पर इलाज न होने पर यह घाव का भी रूप ले लेता है. इसमें पस पड़ जाता है. इसके साथ ही मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है. लिंफ नोड्स में भी सूजन जाते हैं. अगर सही समय पर इलाज न मिला तो इसको ठीक होने में छह माह लग जाते हैं.
अलास्कापॉक्स से मरने वाला व्यक्ति जंगलों में रहता था. वह कहीं बाहर भी घूमने नहीं गया था. ऐसी आशंका मानी जा रही है कि यह वायरस उसे उसकी पालतू बिल्ली से मिले होंगे. वह बिल्ली जंगल में छोटे स्तनधारियों का शिकार करती थी. बिल्ली से ही उसे यह वायरस लगा होगा.