Valentine Special: दुनिया वैलेंटाइन सप्ताह मना रही है. प्रेमी जोड़े एक दूसरे को तरह-तरह के वादे कर रहे हैं. कुछ नए प्रेमी भी अपने दिल की बात अपनी प्रेमिका से कह रहे होंगे. वैलेंटाइन को दिल का त्योहार कहना गलत नहीं होगा. इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह एडोल्फ हिटलर की प्रेम कहानी. हिटलर था तो तानाशाह लेकिन उससे पहले वो एक इंसान था और इंसान का दिल धड़कता है. शायद इसीलिए हिटलर का दिल भी 17 साल की एक लड़की पर आ गया था. जिस तरह से हिटलर का पूरा जीवन अपने आप में एक खास था उसी तरह उसकी प्रेम कहानी भी खास थी. आइए जानते हैं कि कैसी थी तानाशाह हिटलर की प्रेम कहानी.
20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया में एडोल्फ हिटलर का जन्म हुआ था. 1903 में हिटलर के पिता का देहांत हो गया. हिटलर अकेला हो गया था. उसे ड्राइंग का बहुत ही शौक था. वह कला की पढ़ाई करना चाहता था लेकिन कॉलेज में एडमिशन ही नहीं मिला. अगर एडमिशन मिलता तो शायद हिटलर तानाशाह नहीं बनता. एडमिशन नहीं मिला तो उसने राजनीति की ओर कदम रख दिया. हिटलर ने सेना में सेवा दी लेकिन जब पहले विश्व युद्ध में जर्मनी को हार मिली तो सेना छोड़ वह राजनीतिक पार्टी का सदस्य बन गया. हिटलर को भाषण देने में महारत हासिल थी. वह जो बोलता लोग उसे सच मान लेते थे.
हिटलर और इवा की मुलाकात
अपने भाषण के दम पर वो खुद को प्रचारित करता गया. लोग उसे पसंद करने लगा. और वो भी साल आया जब 1933 में वो जर्मनी का तानाशाह बन गया. तानाशाह बना तो उसने 60 लाख यहूदियों को मरवा दिया. वह यहूदियों से बहुत नफरत करता था. लेकिन नफरत करने वाले इंसान को भी किसी न किसी से प्यार हो जाता है. जब हिटलर 40 साल का था उसकी मुलाकात 17 साल की इवा ब्राउन से हुई. ईवा ब्राउन नाजी फोटोग्राफर हेनरिक हॉफमैन के स्टूडियो में काम करती थी. धीरे-धीरे इवा और हिटलर के बीच नजदीकियां बढ़ी. दोनों एक दूसरे से मिलने लगे. दोनों के बीच मोहब्बत इस कदर थी कि वो एक दूसरे के लिए जान दे और ले सकते हैं.
हिटलर नहीं चाहता था कि कोई उसकी प्रेम कहानी के बारे में जानें.15 साल तक चली दोनों की प्रेम कहानी गुप्त थी. गुपचुप तरीके से दोनों की मोहब्बत चलती रही. और देखते देखते हिटलर की विजय की लालसा ने दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत कर दी. दूसरे विश्व युद्ध में हिटलर के खिलाफ रूस और अमेरिका जैसी महाशक्ति खड़ी हो गई थी. 1945 में दोनों देश की सेनाएं हिटलर का नामोनिशान मिटाने उसके करीब पहुंच चुकी थी.
अंतिम समय में रचाई शादी
जब हिटलर को लगा कि उसका अंत नजदीक आने वाला है तो उसने 29 अप्रैल 1945 को इवा से गुपचुप तरीके से शादी रचा ली. रूस और अमेरिकी की सेना से बचने के लिए हिटलर बर्लिन के बंकर में खुद को छिपा रखा था. शादी के एक दिन बाद हिटलर और इवा ब्राउन लंच करके एक साथ अपने कमरे में गए. कुछ ऐसे कदर दोनो गए की दुनिया को ही अलविदा कह गए. कमरे से गोली चलने की आवाज आती है. सैनिक अंदर पहुंचे तो देखा हिटलर और उसकी प्रेमिका मृत पड़े हैं. इवा ने सायनाइड की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली थी. वहीं, हिटलर ने सायनाइड की गोली खाने के साथ खुद को गोली मार ली थी. इतना ही नहीं हिटलर ने अपने पालतू कुत्ते और पिल्लों को भी सायनाइड की गोलियां खिलाकर उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया था.
और हो गया अंत
6 Feb 1912: Eva Braun, who marries German dictator Adolf Hitler on April 28, 1945, days before the war in #Europe ended and about 40 hours before she and Hitler would commit suicide, is born. She was 33 when she died while Hitler was 56. #history #OTD #ad https://t.co/1ExvJ8UIPh pic.twitter.com/ps0POjDT3M
— Today In History (@URDailyHistory) February 6, 2024
शादी के एक दिन बाद ही हिटलर और इवा ने आत्महत्या करके जान दे दी और एक प्रेम कहानी का अंत कर दिया. हिटलर के ना चाहते हुए भी हिटलर की प्रेम कहानी आज दुनिया के लोगों के सामने है. इतने गुपचुप तरीके से प्रेम और फिर शादी और अंत में दर्दनाक अंत. तो ये थी दुनिया के क्रूरतम तानाशाह एडोल्फ हिटलर की प्रेम कहानी.