वियाग्रा. इस शब्द को समाज के बीच में बोल जाता हो तो लोग थोड़ा असहज महसूस हो जाते हैं. क्योंकि वियाग्रा टेबलेट का इस्तेमाल आज के समय में शारीरिक संबंध बनाने के लिए किया जाता है. ऐसे में लोग इस टेबेलट को बस उसी चीज से जोड़कर देखते हैं. हालांकि, इसका इस्तेमाल और भी कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है. हाल ही न्यूरोलॉजी (Neurology) जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक वियाग्रा (Viagra) टेबलेट का सेवन करने से अल्जाइमर का खतरा काफी कम हो जाता है. शोधकर्ताओं ने लगभग 250,000 लोगों पर लगभग 5 साल तक शोध किया.
न्यूरोलॉजी जनरल में छपी रिपोर्ट के अनुसार जो लोग स्तंभन दोष (erectile dysfunction) ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं उनमें अल्जाइमर होने का खतरा 18 फीसदी कम हो जाता है. स्तंभन दोष के लिए लोग वियाग्रा की टेबलेट लेते हैं.
इस टेबलेट को खाने से ब्लड सर्कुलेशन को तेज कर देता है. ब्लड सर्कुलेशन तेज होने से अल्जाइमर का खतरा कम हो जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 269,725 पुरुषों से पार्टिसिपेट लिया था. इनकी औसत आयु 59 साल थी.
इस शोध में स्तंभन दोष से निदान के लिए 55 फीसदी लोगों को वियाग्रा ड्रग्स जैसे टेबलेट का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया था. जबकि 45 फीसदी लोगों को ऐसे ड्रग्स न लेने की सलाह दी गई थी. शोध में शामिल सभी लोगों की दिमागी तौर पर स्वस्थ थे.
शोध के अंत तक 1,119 लोगों को अल्जाइमर बीमारी हो गई, जिसमें से 749 लोग स्तंभन दोष से निदान के लिए ड्रग्स ले रहे थे, जो कि प्रति 10,000 व्यक्ति-वर्ष में 8.1 मामलों की दर थी. वहीं 370 लोगों ने किसी प्रकार का ड्रग्स नहीं ले रहे थे. इस रिजल्ट में दर प्रति 10,000 व्यक्ति-वर्ष 9.7 मामलों सामने आए थे.