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क्या है अराकू कॉफी, कैसे इसकी खेती आदिवासियों की बदल रही है जिंदगी?

PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा अराकू कॉफी (Araku Coffee) के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि किस तरह अराकू कॉफी G20 समिट में छाई हुई थी. बता दें, इस कॉफी का नाम आंध्र प्रदेश में अराकू घाटी पर रखा गया है. इसकी खेती विशाखापत्तनम जिले और उड़ीसा के कोरापुट जिले के आसपास जगहों पर की जाती है.

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What Is Araku Coffee
Courtesy: Social Media

What Is Araku Coffee: आज शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लघु उद्योग (small scale industry)दे रही महिलाओं का जिक्र किया. इसके बाद पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल की बात की. पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में उगाए जाने वाले अराकू कॉफी का जिक्र किया था. उन्होंने बताया कि अराकू कॉफी 2023 के G20 समिट में छाई हुई थी. आइए जानते हैं किया अरकू कॉफी के बारे में. 

इस कॉफी का नाम आंध्र प्रदेश में गहरी हरी-भरी घाटी के नाम पर रखा गया है. आमतौर पर इसकी खेती भारत के आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम जिले और उड़ीसा के कोरापुट जिले के आसपास जगहों पर की जाती है. यह जगहें अराकू कॉफी की खेती के लिए सही तरह की क्लाइमेट और ऊंचाई प्रदान करते हैं.  बता दें, आंध्र प्रदेश में अराकू घाटी 100% 100% अरेबिका कॉफी उगाने के लिए बेहतरीन पहाड़ी क्षेत्र साबित हुई है. 

आदिवासियों की बढ़ी कमाई

पीएम मोदी ने मन की बात में बताया  कि करीब डेढ़ लाख आदिवासी परिवार अराकू कॉफी की खेती से जुड़े हुए हैं.  इस कॉफी को बढावा देने के लिए  Girijan cooperative की अहम भूमिका है. Girijan cooperative ने किसानों के बीच अराकू कॉफी की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया है.  अराकू कॉफी की खेती की वजह से किसानों की कमाई काफी बढ़ गई है. 

कॉफी को मिले हैं कई अवॉर्ड

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में बताया कि उन्हें अराकू कॉफी का स्वाद चखने का मौका विशाखापट्टनम में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू गारु के साथ मिला था. बता दें,  अराकू कॉफी कई ग्लोबल अवॉर्ड भी मिले हैं. वहीं यह कॉफी दिल्ली में हुई G-20 समिट में भी इसके चर्चे थे.