22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. प्रधानमंत्री प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान थे. उन्होंने ये पूजा करने के लिये जरूरी नियमों का पालन किया था. इन नियमों को 'यम नियम' कहा जाता है. 12 जनवरी को अनुष्ठान के बाद से ही प्रधानमंत्री उपवास पर थे. वो सिर्फ नारियल पानी पीते थे. इतना ही नही, उन्होंने इस दौरान चारपाई का त्याग कर दिया था. 11 दिनों तक वो जमीन पर कंबल ओढ़ कर सोये थे. ऐसा करने से अंतरात्मा की शुद्धि तो होती ही है, इसके साथ ही जमीन पर सोने से आपकी सेहत को भी बहुत फायदा मिलता है.
आज कल लोगों में खास कर युवाओं में खराब बॉडी पॉस्चर की समस्या काफी देखने को मिलती है. ऐसी स्थिति में जमीन पर सोना काफी फायदेमंद होता है. इसके साथ ही जमीन पर सोने से बॉडी की फ़्लेक्सबिलिटी भी बढ़ती है. समतल जमीन पर सोना आपके शरीर के सभी पार्ट्स में एक बैलेंस बनाता है. जमीन पर सोना न सिर्फ आपके खराब गर्दन के पॉस्चर को ठीक करता है बल्कि इससे कमर और कंधों के पॉस्चर भी ठीक होते हैं.
जमीन पर सोने के बहुत से फायदे हैं. इससे आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है. जमीन पर सोने से शरीर की मांसपेसियों के तनाव कम होता है और इससे हार्ट हेल्थ भी ठीक रहती है. इसके साथ ही जिन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है. उनके लिए जामों पर सोना काफी अच्छा माना जाता है.
आज कल गलत तरीके से उठने-बैठने और सोने के कारण खास कर युवाओं में कमर दर्द और पीठ दर्द की समस्या रहती है. ऐसे लोगों को समतल जमीन पर सोना चाहिए. दरअसल मुलायम और मोटे गद्दे पर सोने से आपके शरीर और रीढ़ की हड्डी का अलाइनमेंट बिगड़ जाता है. जिसके कारण पुअर स्लीप पोस्चर की समस्या बढ़ जाती है.
जमीन पर सोना न सिर्फ आपके शारीरिक हेल्थ के लिए अच्छा है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. जमीन पर सोने से दिमाग शांत रहता है. इसके साथ ही नींद भी अच्छी आती है. इससे आपकी स्लिप क्वालिटी बढ़ती है और आप तरो-ताजा महसूस करते हैं.