Missed Periods: प्रेग्नेंसी ही नहीं, इन 5 जानलेवा कारणों से भी रुक जाते हैं पीरियड्स
Missed Periods: पीरियड्स लेट या मिस होने पर महिलाएं अक्सर घबरा जाती हैं. कई बार उनके मन में यह ख्याल आते हैं कि वो प्रेग्नेंट तो नहीं हैं. लेकिन बता दें कि प्रेग्नेंसी के अलावा भी 5 ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से पीरियड में देरी हो सकती है.
Missed Periods: एक-दो दिन पीरियड्स लेट होना तो नार्मल है लेकिन अगर ज्यादा लेट हो जाए तो चिंता की बात है. आमतौर पर अगर कोई महिला रिलेशनशिप में है तो पीरियड्स मिस होने पर उसे प्रेग्नेंसी का खौफ सताता है. उनके दिमाग में बस एक ही ख्याल आता है कि कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं हैं. ऐसे में वो सबसे पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट करती है. एक अविवाहित लड़की के लिए पीरियड मिस होना किसी बुरे सपने से भी ज्यादा डरावना है. लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि पीरियड सिर्फ प्रेग्नेंसी ही नहीं और भी कई कारणों से लेट होते हैं. आइये आपको बताते हैं पीरियड मिस होने के 5 मुख्य कारण. ये कारण जानलेवा भी साबित हो सकते हैं तो इन्हें हल्के में बिल्कुल भी न लें.
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1.पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
आजकल के दौर में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक कॉमन समस्या है. जिन महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानि PCOS की प्रॉब्लम होती है उनके पीरियड आमतौर पर लेट होते ही हैं. इस समस्या में कई महिलाएं ओव्यूलेट नहीं कर पाती हैं और उनकी ओवरी में कई बार सिस्ट भी हो जाते हैं, जिससे पीरियड लेट होते हैं. बेहद कम लोग जानते हैं कि PCOS की वजह से एंडोमेट्रियल कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर और स्किन और बालों से जुड़ी दिक्कतों का खतरा भी बढ़ता है.
2.बर्थ कंट्रोल पिल्स
कई महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करती हैं, जिनका उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. बर्थ कंट्रोल पिल की वजह से भी कई बार पीरियड्स मिस हो जाते हैं. क्योंकि ये प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन दोनों की वापसी का कारण बनते हैं.
3.लाइफस्टाइल में बदलाव
शेड्यूल बदलने से भी शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है. आजकल तो महिलाएं ऑफिस में कभी दिन तो कभी रात की शिफ्ट करती हैं. ऐसे में उनका शेड्यूल पूरी तरह बिगड़ जाता है और इससे पीरियड्य पर असर पड़ता है.
4.हाई इंटेसिटी वर्कआउट
हाई इंटेसिटी वर्कआउट, महिलाओं में थायरॉइड हार्मोन परिवर्तन का कारण बनता है. ऐसे वर्कआउट को करने से पीरियड प्रभावित हो सकते हैं. हाई इंटेसिटी वर्कआउट से वजन भी घटता है, जिससे सीधे तौर पर हार्मोन इंबैलेंस होता है.
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5.स्ट्रेस
स्ट्रेस शरीर में GnRH हार्मोन को बढ़ने नहीं देता है. अगर आप लंबे वक्त से किसी बात को लेकर तनाव में है तो पीरियड्स के मिस होने की संभावना बढ़ जाती है. स्ट्रेस आपके पीरियड साइकिल को प्रभावित कर सकते हैं. स्ट्रेस की वजह से इरेगुलर पीरियड्स के साथ-साथ पीरियड्स के दौरान गंभीर दर्द और ऐंठन की समस्या पैदा हो सकती है.
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