आजकल बाजार में मिलने वाले जितने भी खाद्य उत्पादों हैं वो असली हैं या नकली इसका फर्क करना एक चुनौती बन गया है. स्ट्रॉबेरी फ्लेवर वाले दही या बाकी खाने वाली चीजों में असली सामग्री की मौजूदगी पर सवाल उठता है. अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी वायरल हो रहा है जिसमें इस बात की जानकारी साझा की गई है कि हम कैसे आसान तरीके से असली और नकली फल-सब्जियों की पहचान कर सकते हैं.
खाने वाले फूड की असलियत कैसे पता करें?
बड़ी फूड कंपनियां अक्सर हमें अत्यधिक प्रसंस्कृत उत्पादों के रूप में सिंथेटिक और लैब में बने स्वाद प्रदान करती हैं. ये उत्पाद वास्तविक पोषण से रहित होते हैं और केवल मुनाफे के लिए बनाए जाते हैं.
अगर कोई खाद्य पदार्थ खेत से सीधे आपकी रसोई में नहीं आया है, तो उसे एक उत्पाद माना जा सकता है. असली खाद्य पदार्थों की पहचान उनकी ताजगी और सड़न से की जा सकती है. यदि कोई खाद्य पदार्थ जल्दी सड़ जाता है, तो यह इस बात का संकेत है कि वह जीवन से भरा हुआ है.
यदि किसी खाद्य पदार्थ का प्रचार अत्यधिक किया जा रहा है, तो यह संभावना है कि यह पोषण के बजाय लाभ पर अधिक केंद्रित है. ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जो केवल विज्ञापनों के माध्यम से मशहूर होते हैं.
जब आप फल या सब्जियाँ खरीदने जाएं, तो उनके रंग पर ध्यान दें. असली फल-सब्जियाँ आमतौर पर नैचुरल रंग की होती हैं, जबकि चमकीले और अत्यधिक रंगीन फल अक्सर केमिकल्स से भरे होते हैं. उदाहरण के लिए, बगीचे से लाए गए सेब कुछ दिनों में रंग बदलते हैं, जबकि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का रंग स्थिर रहता है.
1. सड़न की पहचान: असली खाद्य पदार्थ जल्दी सड़ते हैं.
2. बिना विज्ञापन: यदि खाद्य पदार्थ का प्रचार नहीं किया जा रहा है, तो यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है.
3. रंग और चमक: गहरे रंग के फल-सब्जियों से बचें.
जब भी आप बाजार जाएं, यह सोचें कि क्या आप ऐसा खाना चुन रहे हैं जो जीवंत और प्राण से भरा हो, या कुछ ऐसा जो अत्यधिक प्रोसेस किया गया है. इन सरल तरीकों से आप असली और नकली खाद्य पदार्थों में फर्क कर सकते हैं और अपने खान-पान को स्वास्थ्यवर्धक बना सकते हैं.