Cold Intolerance: सर्दियों के मौसम में कुछ लोगों को ज्यादा ठंड लगती है. ऐसे लोग थोड़ी ठंड में भी कांपने लगने हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हो सकता है कि आप कोल्ड इनटॉलरेंस के शिकार हों. कोल्ड इनटॉलरेंस ठंड के कारण होने वाली एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपको बहुत ठंड लगती है और आपका शरीर ठंडा पड़ जाता है. इसके साथ ही ठंड के मौसम में कई तरह की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है.
जिन लोगों को ज्यादा ठंड लगती है, उनका शरीर कम तापमान के लिए काफी सेंसीटिव होता है. इस स्थित को कोल्ड इनटॉलरेंस कहा जाता है. खास बात ये है कि ये सिर ठंड के मौसम में ही नहीं होता है. ऐसे लोगों को कूलर, एसी या हवा के पास हल्की हवा में बैठने पर भी सर्दी का एहसास होता है. कोल्ड इनटॉलरेंस की वजह से कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. सीत की समस्या के साथ ही लोगों में खून की कमी से लेकर थायराइड की बीमारी भी हो सकती है.
कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या का संबंध हमारे दिमाग से भी है. दरअसल हमारी बॉडी का जो टेंपरेचर है वह अलग-अलग सिस्टम से कंट्रोल किया जा सकता है. डॉक्टर्स के अनुसार, हमारे दिमाग का एक हिस्सा जिसे हाइपोथैलेमस कहा जाता है, हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है. हाइपोथैलेमस थर्मोस्टेट के तौर पर काम करता है. इस प्रक्रिया में हाइपोथैलेमस दिमाग को संदेश भेजता है, जिसकी वजह से शरीर में हीट प्रोडक्शन या कोल्ड प्रोडक्शन को कंट्रोल किया जाता है.
कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या का कोई सटीक समाधान तो नहीं है. इससे बचने के लिए शरीर के तापमान को नियंत्रित रखना जरूरी है. जिन लोगों को ज्यादा ठंड लगती है, उन्हें नियमित तौर पर गरम कपड़े पहनना चाहिए. ठंड से बचने के लिए आग या रुम हीटर का इस्तेमाल करें. अपनी खान-पान में ऐसी चीजें शामिल करें, जिससे आपका शरीर अंदर से गर्म रहे. कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या से बचने के लिए सावधानी और सतर्कता ही एकमात्र उपाय है. इसके बाद भी अगर आपको ज्यादा दिक्कत हो तो डॉक्टर से संपर्क करें.