जहरीली शराब तो नहीं पी रहे आप? खरीदने से पहले ऐसे करें नकली-असली की पहचान
Real VS Fake Liquor: आज के दौर में कई लोग शराब पीना पसंद करते हैं. छोटी सी मुलाकात हो या कोई बड़ा सेलिब्रेशन लोग शराब की बोतल खोल ही लेते हैं. लेकिन अगर आप जहरीली शराब पी रहे हो तो? दरअसल बाजार में मुनाफा के लिए नकली शराब भी बेची जाती हैं. ऐसे में शराब की बोतल खरीदते वक्त सावधान रहना बेहद जरूरी हो जाता है. जहरीली शराब पीने से मौत हो जाती है.
Fake Liquor: आए दिन लोग अपने दोस्तों या परिवार के साथ जश्न मनाते हैं. लोग छोटी-छोटी बातों की योजना बनाने में भी काफी समय बिताते हैं ताकि सेलिब्रेशन यादगार बन जाएं. कहीं न कहीं शराब पार्टी में माहौल बनाने के लिए अहम रोल प्ले करता है. कई लोगों की पार्टी शराब के बिना अधूरी मानी जाती हैं. आजकल के युवाओं के बीच शराब का चलन ज्यादा देखने को मिल रही है.
लेकिन शराब खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. क्योंकि मार्केट में नकली शराब भी मिलती हैं. नकली शराब का सेवन करने से सेहत को खतरा हो सकता है. ऐसे में हम आपको कुछ चीजों के बारे में बताएंगे जिनका आपको शराब की बोतल खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए.
कैसे बनी है शराब?
शराब बनाने के लिए एथेनॉल केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. एथेनॉल का एक निश्चित मात्रा में उपयोग किया जाता है. लेकिन नकली शराब में एथेनॉल की जगह स्प्रिट, मिथाइल अल्कोहल, इथाइल अल्कोहल, यूरिया, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जैसे कई केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे पहचाने नकली शराब
शराब खरीदते वक्त बोतल की खराब पैकिंग, कंपनी का गलत लोगो, नाम की स्पेलिंग में गलतियां जैसी चीजों पर नजर रखना चाहिए. आमतौर पर नकली शराब की सील टूटी हुई होती है. सरकारी स्टैंप का ध्यान रखें. हमेशा अच्छी दुकान से शराब खरीदें. जहरीली शराब पीने से स्थिति, उल्टी, दौरे, कम या असंतुलित सांसें, स्किन पर नीलापन, हाइपोथर्मिया, बेहोशी जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं.
कैसे बनती है जहरीली शराब
अवैध कच्ची शराब को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल और दवाइयों उपयोग किया जाता है. जब शराब में ज्यादा मात्रा में केमिकल और दवाई का इस्तेमाल होता है तो शराब जहरीली बन जाती है. दरअसल, ऐसी शराब शरीर में जाकर रिएक्शन करते हैं जिसकी वजह से जहर का निर्माण होता है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.