Diabetes symptoms: मधुमेह (Madhumeh) या डायबिटीज (Diabetes) आज के समय में एक आम बीमारी बनती जा रही है. यह तब होता है, जब शरीर इंसुलिन (Insulin) नामक हार्मोन का उत्पादन ठीक से नहीं कर पाता है या फिर शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन का सही से इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं. इससे शरीर में ब्लड शुगर (Rakta Sharkara) का लेवल बढ़ जाता है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
मधुमेह के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं, इसलिए इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है. इन लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है क्योंकि जल्दी पता चलने पर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है और इससे होने वाली जटिलताओं को रोका जा सकता है. मधुमेह के कुछ शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं:
बार-बार पेशाब आना: मधुमेह में शरीर ब्लड शुगर की अतिरिक्त मात्रा को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने की कोशिश करता है, जिससे बार-बार पेशाब आने की परेशानी हो सकती है, खासकर रात में.
अत्यधिक प्यास लगना: बार-बार पेशाब आने से शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है, जिससे अत्यधिक प्यास लगने लगती है.
बिना वजह वजन कम होना: शरीर ऊर्जा के लिए ब्लड शुगर का उपयोग करता है. मधुमेह में कोशिकाएं इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाती हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा के लिए मांसपेशियों और वसा का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिससे वजन कम हो सकता है.
बहुत ज्यादा भूख लगना: भले ही शरीर को ऊर्जा मिल रही हो, लेकिन कोशिकाओं में शर्करा का ठीक से इस्तेमाल न हो पाने के कारण भूख लगने का क्रम बना रह सकता है.
थकान और कमजोरी महसूस होना: शरीर को ऊर्जा के लिए पर्याप्त रूप से ब्लड शुगर का उपयोग न कर पाने के कारण थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है.
धुंधला दिखाई देना: मधुमेह के कारण ब्लड शुगर का उच्च लेवल आंखों को पोषण देने वाली रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे धुंधला दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
बार-बार संक्रमण होना: मधुमेह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है, जिससे बार-बार संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है.
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. डॉक्टर ब्लड शुगर जांच के माध्यम से मधुमेह की जांच कर सकते हैं.
अगर आपको मधुमेह है तो घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकते हैं. यहां पर शुगर को नियंत्रित करने के कुछ उपाय बताए गए हैं:
हेल्थी डाइट: ऐसा आहार लें जिसमें संतुलित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा शामिल हों. साबुत अनाज, दालें, हरी सब्जियां और फल खाएं. मीठी चीजों, फैटी खाने और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें.
रेगुलर एक्सरसाइज: नियमित व्यायाम करने से शरीर इंसुलिन का बेहतर इस्तेमाल कर पाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. व्यायाम के लिए हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाली गतिविधि या 75 मिनट तीव्र गतिविधि करने का लक्ष्य रखें.
स्वस्थ वजन बनाए रखें: अगर आपका वजन अधिक है तो वजन घटाने का प्रयास करें. स्वस्थ वजन बनाए रखने से भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
धूम्रपान न करें: धूम्रपान करने से मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है और साथ ही यह शुगर को कंट्रोल करना भी मुश्किल बना देता है. इसलिए धूम्रपान करने की आदत को छोड़ दें.
स्ट्रेस मैनेजमेंट करना: तनाव ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम करना फायदेमंद हो सकते हैं.
डॉक्टर की सलाह मानें: नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराएं और उनकी सलाह के अनुसार दवाइयां लें.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि मधुमेह का इलाज हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है. कुछ लोगों को दवाओं की जरूरत पड़ती है, जबकि कुछ लोगों को सिर्फ लाइफस्टाइल में बदलाव करके ही ब्लड शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें.