इन 4 तरीकों से गर्मियों में खाएं आम, नहीं होंगे बीमार; सेहत को मिलेंगे कई फायदे

आम विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हमारी इम्यून सिस्टम को बढ़ाते हैं. इसलिए आज जान लें कि आम कैसे खाएं.

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Right Way To Eat Mango: वैसे तो गर्मी किसको ही पसंद आती है लेकिन गर्मी के आते ही एक चीज की खुशी सबसे ज्यादा होने लगती हैं और वो हैं आम की. आम किसको नहीं पसंद है और गर्मी शुरू होते ही लोग इसका इंतजार करने लगते हैं. आम (Mango) वैसे तो सेहत के लिए काफी हेल्दी है लेकिन इसका उल्टा अगर आपने सही तरीके से आम नहीं खाया तो ये आपकी हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती हैं और ये आपको सीधा बिस्तर तक पहुंचा देगी. गलत तरीके से खाया आम आपकी हालत पस्त कर देती है.

लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में आम खाने के ऐसे तरीके बताएंगे जिससे आप कभी भी बीमार नहीं पड़ेगे फिर चाहे कुछ भी हो जाए. इसलिए आप इन तरीकों को जान लें और इसी तरीके से (Right Way To Eat Mango) आम को खाएं. आम विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हमारी इम्यून सिस्टम को बढ़ाते हैं.

 
  • सबसे पहली चीज जब आप आम लेकर आए तो इसको आप तुरंत खाने की गलती बिल्कुल मत करना. सबसे पहले तो आप एक बड़े कंटेनर में पानी डालकर उसमें आम रख दें और इसको एक दो घंटे के लिए छोड़ दें इससे इसकी गर्मी निकल जाएगी. वरना दुकान से लाया आम आपको पेट खराब कर सकती हैं और आपको बीमार कर सकती हैं.
  • इसके बाद आम को थोड़े वक्त तक फ्रीज में रखकर फिर ही इसको खाएं. आम को रात में खासतौर पर इग्नोर करें. रात में आम खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है.
  • आम को आप कई तरह से खा सकते हैं, इसका आप आमरस पुरी बनाकर भी खा सकते हैं. इसके लिए आपको आम के पल्प का इस्तेमाल करना होगा क्योंकि डायरेक्ट आम खाना थोड़ा मुश्किल होता है. 
  • अगर आप स्मूदी के दीवाने हैं तो आप नारियल के दूध में आम डालकर इसका सेवन कर सकते हैं. दरअसल, नारियल के दूध में कूलिंग इफेक्ट होता है. नारियल का दूध फ्रूट मिल्क ही है जो आम के साथ अच्छा कॉम्बिनेशन हैं. इन दोनों के मिश्रण से आपको कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. इस तरह से आम खाने से आपके शरीर में कभी गर्मी नहीं पैदा होगी और आप बीमार नहीं पड़ेंगे. 
  • आप ध्यान रखें कि आम को कभी भी लंच या डिनर के बाद न खाएं क्योंकि ये ठीक से पचता नहीं है और फिर ये अंदरर जाके आंतों में आ जाता है.