How to Check Indoor Air Quality: बाहर से ज्यादा खतरनाक है घर के अंदर का प्रदूषण, ऐसे चेक करें अपने घर के अंदर की एयर क्वालिटी

घर के अंदर का वायु प्रदूषण बाहर के वायु प्रदूषण से दोगुना ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि घर के अंदर के वायु प्रदूषक आपकी आंखों से लगभग ओझल होते हैं.

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How To Check Indoor Air Quality: वायु प्रदूषण हमारी जिंदगी के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया. कैंसर, दमा, मधुमेह, ब्लडप्रेशर और तमाम तरह के मानसिक रोग प्रदूषित हवा में सांस लेने से हो रहे हैं.

घर के अंदर का वायु प्रदूषण बाहर के वायु प्रदूषण से दोगुना ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि घर के अंदर के वायु प्रदूषक आपकी आंखों से लगभग ओझल होते हैं. आप सोचते हैं कि घर के अंदर हम सुरक्षित हैं लेकिन आप सुरक्षित तब ही हैं जब आपका घर वायु प्रदूषण मुक्त हो. यहां हम जानेंगे कि आप अपने घर के अंदर की एयर क्वालिटी कैसे चेक कर सकते हैं....

उससे पहले हम जानेंगे कि आपके घर के अंदर वो कौन-कौनसी चीजें होती हैं जिनसे वायु प्रदूषण होता है...

बाथरूम- बाथरूम में आने वाली सीलन, फफूंदी या बाथरूम में लगाए गए सुगंधित केमिकल वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होते हैं.

एयर कंडीशनर- अगर आपका एसी यानी एयरकंडीशनर ठीक तरह से साफ नहीं हैं तो वह गंदी हवा फेंकता है. इसके अलावा चूंकि एसी में गैस होती है इसलिए उससे प्रदूषण तो होता ही है.

बेडरूम-  घर में बिछा कालीन, पर्फ्यूम, हेयरस्प्रे, नेल पॉलिश, गंदी बेडशीट और तमाम तरह के सुगंधित पदार्थ आपके घर की हवा को गंदा करते हैं.

लॉन्ड्री रूम- कपड़ों को धोने में इस्तेमाल होने वाले सर्फ, साबुन से भी प्रदूषण होता है.

किचेन- किचेन में बनने वाला खाना प्रदूषण के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होता है.

बाहर से आने वाली हवा- आपके खिड़की दरवाजों से बाहर की प्रदूषित  हवा आपके घर में प्रवेश करती है.

इसके अलावा जानवरों की गंध, डीजल-पेट्रोल, पेंट आदि की गंध भी प्रदूषण फैलाने के लिए जिम्मेदार है.

ऐसे चेक करें घर के अंदर हवा की क्वालिटी

  • घर के अंदर एयर क्वालिटी मॉनिटर लगाएं.
  • किसी को भी घर के अंदर धूम्रपान न करने दें.
  • घर के अंदर नमी का स्तर जांचें, ये 50% से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
  • घर के अंदर किसी भी प्रकार का लीकेज नहीं होने दें.
  • घर के अंदर स्वच्छ ईंधन का उपयोग करें और उन्हें उचित वेंटिलेशन वाले स्थान पर रखें और उनकी नियमित तौर पर साफ सफाई करते रहें.
  • घर के कोनों में किसी प्रकार की फफूंद न पनपने दें.
  • घर में नियमित तौर पर कीटनाशकों का छिड़काव कराएं.
  • घर के फर्नीचर को चेक करें कि कहीं उसमें किसी प्रकार की कोई दीमक तो नहीं.
  • घर में किसी भी प्रकार के खुशबू का इस्तेमाल करने से बचें.