History of Teddy Bear: क्या आप जानते हैं कि जब हम अपनी पसंदीदा चीजों का नाम किसी प्रिय व्यक्ति पर रखते हैं, तो यह एक खास तरह की भावना का प्रतीक होता है? ठीक ऐसा ही हुआ था 15 फरवरी 1903 को.
जब मॉरिस मिख्टॉम ने अपने हाथ से बनाए गोल-मटोल, मासूम से दिखने वाले भालू के आकार के सॉफ्ट टॉय को बाजार में उतारा और उसका नाम 'टेडी' रखा. यह उस दिन की शुरुआत थी, जब दुनिया ने पहली बार 'टेडी बियर' से मुलाकात की थी.
बहुत कम लोग यह जानते हैं कि अमेरिका के उस समय के राष्ट्रपति, थियोडोर रूजवेल्ट को लोग प्यार से 'टेडी' बुलाते थे. जब मिख्टॉम ने अपने खिलौने का नाम 'टेडी' रखने का फैसला किया, तो उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति रूजवेल्ट से विशेष अनुमति ली थी. इसके लिए मिख्टॉम ने राष्ट्रपति को एक अर्जी भेजी, जिसे रूजवेल्ट ने खुशी-खुशी मंजूर कर दिया.
उस समय न तो मिख्टॉम और न ही राष्ट्रपति रूजवेल्ट को यह अहसास था कि उनका यह छोटा सा खिलौना एक दिन दुनिया भर के बच्चों का सबसे प्रिय साथी बन जाएगा. आज, टेडी बियर न केवल बच्चों के लिए, बल्कि बड़े लोगों के लिए भी एक प्यारा सा उपहार बन चुका है.
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी छोटी सी बातें भी बड़ी चीजों में बदल सकती हैं और इस प्रकार, 'टेडी बियर' ने दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई, जिसे हर उम्र का व्यक्ति अपनी प्यारी यादों और भावनाओं के साथ जोड़ता है.
आज की तारीख में टेडी बियर को प्यार और देखभाल का प्रतीक माना जाता है. यह न सिर्फ बच्चों के लिए एक प्यारा साथी बन चुका है, बल्कि वयस्कों के लिए भी यह भावनाओं को व्यक्त करने का एक जरिया है. टेडी बियर डे (10 फरवरी) के मौके पर लोग इसे अपने प्रियजनों को गिफ्ट करके अपने प्यार का इज़हार करते हैं.