Daycare cancer centres: भारत में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज की सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025 के बजट में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने डेकेयर कैंसर सेंटर की स्थापना की बात की, जो अब हर जिले के अस्पताल में उपलब्ध होंगे. इस कदम से कैंसर के इलाज में सुविधाओं का विस्तार होगा और इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहे लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा.
डेकेयर कैंसर सेंटर का उद्देश्य
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो समय रहते इलाज न होने पर जानलेवा साबित हो सकती है. अब तक भारत के कई हिस्सों में कैंसर के इलाज की सुविधाएं सीमित थीं, जिससे मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता था. इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने डेकेयर कैंसर सेंटर की स्थापना का ऐलान किया है.
इन सेंटरों का उद्देश्य कैंसर के इलाज को ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों तक पहुंचाना है. इसके साथ ही, इलाज के दौरान मरीजों को सुविधाजनक और सुलभ तरीके से उपचार प्राप्त हो सकेगा. हर जिले में कैंसर का इलाज उपलब्ध होने से मरीजों को लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनका समय और खर्च दोनों बचेंगे.
200 नए सेंटरों का उद्घाटन
वित्त मंत्री ने यह भी घोषणा की कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 200 नए डेकेयर कैंसर सेंटर स्थापित किए जाएंगे. इस पहल के तहत इन केंद्रों में कैंसर की पहचान, उपचार और देखभाल की सुविधाएं दी जाएंगी. इन सेंटरों में कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी जैसी इलाज की विधियां उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे मरीजों को जल्द से जल्द और सही तरीके से इलाज मिल सकेगा.
हर जिले में कैंसर उपचार की सुविधा
भारत में हर जिले में कैंसर सेंटर स्थापित करने से कैंसर उपचार की पहुंच आसान हो जाएगी. इससे मरीजों को समय पर उपचार मिलेगा और कैंसर के इलाज में कोई रुकावट नहीं आएगी. यह कदम स्वास्थ्य सुविधाओं की समानता को बढ़ावा देगा और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले मरीजों को भी उच्च गुणवत्ता वाले इलाज की सुविधा मिलेगी.
कैंसर के इलाज में नई उम्मीद
इस पहल से कैंसर के इलाज के क्षेत्र में नई उम्मीद की किरण जागेगी. मरीजों को अब लंबी यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी और न ही बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भारी खर्च उठाना होगा. डेकेयर कैंसर सेंटर कैंसर के इलाज की प्रक्रिया को आसान और सस्ता बनाएंगे.