जिसे लेकर टेंशन में मोदी सरकार, उसी ने ली पूनम पांडे की जान!
Poonam Pandey Death Due to Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर की वजह से हर साल हजारों महिलाओं को अपनी जान गवानी पड़ती है. आइए जानते हैं कि आखिर ये क्या है और बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे लेकर और क्या-क्या ऐलान किया है.
Poonam Pandey Death Due to Cervical Cancer: बॉलीवुड की अभिनेत्री पूनम पांडे की मौत हो चुकी है. दरअसल, हमेशा अपनी बोल्डनेस और विवादों के कारण लाइमलाइट में बनी रहने वाली मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे की अचानक मौत शॉक करने वाली है. शुरुआती खबरों की मानें तो उनकी मौत सर्वाइकल कैंसर से हुई है. जी हां ये वहीं सर्वाइकल कैंसर हैं, जिसके बारे में बीते कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में बड़ी घोषणाएं की थी. सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन को लेकर बीते कल वित्त मंत्री ने कहा था कि इसके रोकथाम के लिए पूरे देश में वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जाएगी. और 9 साल की उम्र से लेकर 14 साल की उम्र की लड़कियों को ह्यूमन पैपिलोमा (HPV) वैक्सीन लगाई जाएगी ताकी इस कैंसर को रोका जा सके हैं. सर्वाइकल कैंसर की वजह से हर साल हजारों महिलाओं को अपनी जान गवानी पड़ती है. आइए जानते हैं कि आखिर ये क्या है और बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे लेकर और क्या-क्या ऐलान किया है.
सर्वाइकल कैंसर क्या है? (What Is Cervical Cancer)
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा (uterine cervix) की कोशिकाओं में शुरू होता है. गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय को योनि से जोड़ने का काम करती है. यह कैंसर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता रहता है. इस कैंसर को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर के नाम से भी जाना जाता है. जो सेल्स सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित हो जाती हैं अगर उन्हें खत्म नहीं किया तो वो धीरे-धीरे दूसरे सेल्स को डैमेज करने लगती है और कैंसर बढ़ जाता है.
हजारों महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर से होती है मौत
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होने वाला दूसरा सबसे बड़ा और खतरनाक कैंसर है. ये कैंसर हर साल हजारों भारतीय महिलाओं की जान ले लेता है. इसका ताजा उदाहरण पूनम पांडे (Poonam Pandey) हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी मौत सर्वाइकल कैंसर से हुई है. देश में इस कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. अगर सही समय पर वैक्सीन ले ली जाए तो सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के खतरे को 98 फीसदी कम किया जा सकता है.
9 से 14 वर्ष के लड़कियों का टीकाकरण कराना जरूरी
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजी ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सारिका गुप्ता के अनुसार सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए प्रत्येक लड़कियों को जिनकी उम्र 9 से 14 वर्ष के बीच में है उन्हें HPV वैक्सीन लगवानी चाहिए. इस वैक्सीन से 98 पर्सेंट तक महिलाएं अपने आपको खतरनाक सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से बचा सकती हैं. जैसे ही लड़कियों को वैक्सीन लग जाती है उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने लगती है. इस वैक्सीन के लगवाने से ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) का बहुत हद तक कम हो जाता है.
2 से 3 डोज जरूरी
डॉक्टरों की मानें तो देश में 90 फीसदी तक के सर्वाइकल कैंसर के मामले इसलिए आते हैं क्योंकि 9 से 14 वर्ष की उम्र की लड़कियों को HPV वैक्सीन नहीं लगवाई जाती. अगर 14 साल या इससे कम उम्र के लड़कियों को इस वैक्सीन की एक डोज लग जाए तो इस कैंसर का खतरा कम हो जाता है. हालांकि, इसकी 2 से 3 डोज लगवानी जरूरी होती है. छोटी उम्र में ही इस वैक्सीन को महिलाओं को लगवा लेना चाहिए. अधिक उम्र के महिलाओं पर ये वैक्सीन उतनी प्रभावी नहीं होती जितनी होनी चाहिए.
सर्वाइकल कैंसर को हराने के लिए 'इंद्रधनुष' के जरिए टीकाकरण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सर्वाइकल कैंसर के लिए एलान करते हुए कहा था कि 9 से 14 साल की लड़कियों को मुफ्त में टीका लगाया जाएगा. राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान इंद्रधनुष मिशन के तहत सर्वाइकल कैंसर का टीका लगाया जाएगा.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बनाएगा वैक्सीन
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) सर्वाइकल कैंसर के रोकथाम के लिए सरकार के लिए वैक्सीन बनाएगी. इस वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपये प्रति डोज हो सकती है. वर्तमान समय में सर्वाइकल कैंसर के लिए बाजार में जो वैक्सीन उपलब्ध है उसकी कीमत 2500 से 3000 रुपये है.