महिलाएं पीरियड्स में इंटीमेट होने से प्रेग्नेंट होती हैं या नहीं? सच्चाई छुड़ा देगा पसीने
महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) से जुड़ी कई भ्रांतियां समाज में प्रचलित हैं. एक आम सवाल जो अक्सर पूछा जाता है. वह यह है कि क्या पीरियड्स के दौरान इंटीमेट होने से प्रेग्नेंसी हो सकती है. अधिकतर लोग मानते हैं कि पीरियड्स के दौरान गर्भधारण का कोई खतरा नहीं होता, लेकिन वास्तविकता इससे थोड़ी अलग है. आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से.
यह सवाल कई लोगों के मन में उठता है कि क्या महिलाओं के पीरियड्स के दौरान इंटीमेट होने से प्रेग्नेंसी हो सकती है. आम धारणा के अनुसार, पीरियड्स के समय प्रेग्नेंट होने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन यह पूरी तरह असंभव नहीं है।.
महिला के मासिक चक्र (menstrual cycle) को समझना जरूरी है. मासिक चक्र में सामान्यत: 28-32 दिन होते हैं, और ओव्यूलेशन (ovulation) आमतौर पर चक्र के 14वें दिन के आसपास होता है. इस समय महिला सबसे ज्यादा फर्टाइल होती है. हालांकि, स्पर्म महिला के शरीर में 3 से 5 दिनों तक जीवित रह सकता है. किसी महिला का चक्र छोटा है और वह अपने पीरियड्स के अंतिम दिनों में इंटीमेट होती है, तो स्पर्म ओव्यूलेशन तक जीवित रह सकता है. ऐसे में प्रेग्नेंसी की संभावना बन सकती है.
कम जोखिम, लेकिन शून्य नहीं
पीरियड्स के शुरुआती दिनों में प्रेग्नेंसी की संभावना बेहद कम होती है, क्योंकि इस समय गर्भाशय की परत (uterine lining) शेड हो रही होती है और ओव्यूलेशन नहीं हुआ होता. लेकिन पीरियड्स के अंतिम दिनों में यह संभावना बढ़ सकती है, खासकर अगर महिला का चक्र अनियमित है.
क्या ध्यान रखना चाहिए?
1. कॉन्ट्रासेप्शन का उपयोग करें: पीरियड्स के दौरान भी इंटीमेट होते समय कॉन्ट्रासेप्शन का उपयोग करना जरूरी है, क्योंकि यह न केवल प्रेग्नेंसी से बचाव करता है, बल्कि यौन संचारित रोगों (STDs) से भी सुरक्षा देता है.
2. पीरियड्स को सुरक्षित न मानें: यह सोचकर कि पीरियड्स के दौरान इंटीमेट होना पूरी तरह सुरक्षित है, गलती हो सकती है.
3. डॉक्टर से सलाह लें: यदि आप अपने मासिक चक्र के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं या प्रेग्नेंसी प्लानिंग कर रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें.
पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी का जोखिम कम होता है, लेकिन इसे पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता. यदि आप अनचाही प्रेग्नेंसी से बचना चाहते हैं, तो हर बार सावधानी बरतें और किसी भी भ्रांति में न रहें. जागरूकता और सही जानकारी ही आपको सुरक्षित और स्वस्थ बनाए रखेगी.