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Brain Fog: ब्रेन फॉग छिन सकता है आपके सोचने-समझने की क्षमता, जानें कैसे करें बचाव

Brain Fog: ब्रेन फॉग आपके दिमाग के सोचने-समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है. इससे पीड़ित लोगों की याद रखने की क्षमता भी कम हो जाती है. लेकिन अपनी खान-पान और दिनचर्या में बदलाव करके इस बीमारी से बचा जा सकता है.

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Edited By: Manish Pandey
Brain Fog

Brain Fog:  ब्रेन फॉग एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो मरीज के दिमाग को प्रभावित करती है. जैसा की इसके नाम से ही जाहिर होता है, इस परिस्थिति में मरीज के दिमाग पर एक धुंध सी छा जाती है. जिसके कारण व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ता है. इस बीमारी को कॉग फॉग के नाम से भी जाना जाता है. इस स्थिति में व्यक्ति का फोकस कम हो जाता है और फैसला लेने की शक्ति भी कम हो जाती है. 

ब्रेन फॉग से जूझ रहे व्यक्ति को दैनिक कार्यों को करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यादाश्त कम होना और किसी भी समस्या के समाधान करने में मुश्किल आना इसके प्रमुख लक्षण हैं. कुल मिलाकर ये दिमाग में एक कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा कर देती है, जिसकी वजह से व्यक्ति कोई भी फैसला लेने में असमर्थ होता है. 

क्या है ब्रेन फॉग का कारण?

वैसे तो ब्रेन फॉग के किसी सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है. डॉक्टरों के अनुसार, इसके कई कारण हो सकते हैं. खास कर कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्रेन फॉग की स्थिति ज्यादा देखी गई है. ब्रेन फॉग के कुछ प्रमुख कारण ये हो सकते हैं -

  • जरूरत से अधिक सोचना (ओवरथिंकिंग)
  • ज्यादा काम करना
  • आराम न करना
  • नींद की कमी 
  • ज्यादा तनाव लेना
  • खराब खानपान
  • कुछ विशेष दवाइयों के साइड इफेक्ट भी ब्रेन फॉग के कारण हो सकते हैं 

ब्रेन फॉग के लक्षण 

ब्रेन फॉग के कारण की ही तरह इसके सटीक लक्षण भी नहीं है. लेकिन मरीजों के अनुभव और एक्स्पर्ट्स के अनुसार, इन लक्षणों की पहचान कर आप ब्रेन फॉग से बचाव कर सकते हैं. 

  • सांस फूलना
  • नींद न आना
  • भ्रमित रहना
  • एकाग्रता में कमी
  • कमजोर याद्दाश्त
  • सोच धुंधली होना
  • दिनचर्या धीमी होना
  • थकावट और सुस्ती
  • अव्यवस्थित जीवन
  • कम जागरूक रहना
  • बातचीत करने में दिक्कत
  • काम करने की क्षमता कम होना

कैसे करें बचाव?

आप अपनी दिनचर्या और खान-पान में कुछ जरूरी बदलाव करके ब्रेन फॉग की स्थिति से बच सकते हैं. अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करके आप ब्रेन फॉग को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं. खान-पान से दिमाग पर विशेष रूप से प्रभावित होता है, इसलिए ये जरूरी है कि हम अपने खाने-पीने का ख्याल रखें. इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, नींद लेना, काम के बीच में नियमित ब्रेक और योग और मेडिटेशन से आप ब्रेन फॉग के असर को कम या खत्म कर सकते हैं. ब्रेन फॉग से बचाव के लिए अपनी डाइट में बीन्स, बैरीज, ओमेगा 3 से भरपूर फिश, हरी पत्तेदार सब्जियां, सिट्रस फ्रूट, नट्स और सीड्स-अखरोट, फ्लैक्स सीड्स और साबुत अनाज शामिल कर सकते हैं.