भोजन और मूड? क्या है दोनों के बीच का रिलेशन, आज ही जानें
हमारी लाइफस्टाइल का सीधा कनेक्शन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से होता है. हम ऐसा मानते हैं कि हमारी डाइट हमारे मन और दिमाग को सीधे प्रभावित करती है. इसलिए मेंटल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है कि संतुलित और पोषक तत्वों की भरपूर डाइट लें.
हमारी लाइफस्टाइल का सीधा कनेक्शन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से होता है. इन दोनों को सही रखने के लिए हमें अपनी लाइफस्टाइल को सही रखना काफी जरूरी होता है. अगर आपकी लाइफस्टाइल अच्छी नहीं होगी तो हमें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा सकता है. हमारी डाइट हमारे मन और दिमाग को सीधे प्रभावित करती है. इसलिए मेंटल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है कि संतुलित और पोषक तत्वों की भरपूर डाइट लें.
आजकल लोगों का मूड स्विंग बहुत होता है और खासतौर पर ये चीज लड़कियों में ज्यादा देखने को मिलती हैं. वैसे तो अक्सर आपके मूड स्विंग का कारण आपको पता होती है लेकिन कभी-कभी आप नहीं समझ पाते कि आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है. कई लोगों का ऐसा मानना है कि हम जो कुछ भी खाते हैं तो उसका असर सिर्फ हमारे शरीर पर पड़ता है लेकिन ऐसा नहीं है, आप जो खाना खाती हैं, वह भी कभी-कभी आपके मूड स्विंग के लिए जिम्मेदार हो सकता है, और आपको इसका एहसास भी नहीं हो सकता है.
अब, आप सोच रहे होंगे कि अपनी पसंदीदा आइसक्रीम खाने से आपका मूड खराब कैसे हो सकता है. लेकिन, आपको बता दें कि यह आपके मूड को अस्थायी रूप से बढ़ावा दे सकता है, वैज्ञानिक रूप से कहें तो, अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट या कार्ब का सेवन कभी-कभी अचानक आपके मूड स्विंग का कारण बन सकता है.
क्या होता है कार्ब ?
आप जो खाना खाते हैं उसे कैलोरी में मापा जाता है. कैलोरी कार्ब्स या कार्बोहाइड्रेट से अलग होती हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि कार्ब्स तीन मुख्य मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (प्रोटीन और वसा के साथ) में से एक हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं. कार्बोहाइड्रेट अनाज, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं और इन्हें तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.