Valentines Day 2025: वेलेंटाइन डे पर इन 6 तेलों का करें इस्तेमाल, प्यार और जुनून को होगा ऐसा मैजिक जिसे जिदंगी भर रखेंगे याद
अरोमाथेरेपी सीधे लिम्बिक सिस्टम को प्रभावित करती है, जो मस्तिष्क का भावनात्मक और स्मृति केंद्र है. जब इन तेलों की खुशबू ली जाती है, तो यह घ्राण रिसेप्टर्स को सक्रिय करती है और मूड, व्यवहार और आकर्षण को प्रभावित करती है.
Valentine Day 2025 Aromatherapy: वैलेंटाइन डे पर प्यार और जुनून को बढ़ाने के लिए अरोमाथेरेपी एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है. विभिन्न आवश्यक तेलों की सुगंध लिम्बिक सिस्टम और स्वायत्त तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करके भावनात्मक बंधन और आकर्षण को बढ़ावा देती हैं.
इलंग इलंग, पैचौली, क्लेरी सेज, स्पाइकेनार्ड, गुलाबी मिर्च, और बोरोनिया जैसे तेलों का उपयोग रोमांटिक माहौल बनाने और रिश्तों को गहरा करने के लिए किया जा सकता है.
आवश्यक तेल और अरोमाथेरेपी का प्रभाव
अरोमाथेरेपी सीधे लिम्बिक सिस्टम को प्रभावित करती है, जो मस्तिष्क का भावनात्मक और स्मृति केंद्र है. जब इन तेलों की खुशबू ली जाती है, तो यह घ्राण रिसेप्टर्स को सक्रिय करती है और मूड, व्यवहार और आकर्षण को प्रभावित करती है. गुलाब और चमेली जैसी सुगंधें प्यार और इच्छा की भावनाओं को प्रेरित करती हैं, जबकि लैवेंडर और चंदन जैसे तेल विश्राम और भावनात्मक बंधन को बढ़ावा देते हैं.
2025 में वैलेंटाइन डे पर प्यार और जुनून के लिए 6 आवश्यक तेल
चूंकि 2025 का स्वामी अंक 9 है, तथा वैलेंटाइन दिवस शुक्रवार (अंक 6 द्वारा शासित) को पड़ता है, इसलिए यहां छह आवश्यक तेल दिए गए हैं जो आपको इस विशेष दिन पर प्यार और जुनून को अपनाने में मदद करेंगे;
1. इलंग इलंग
2. पचौली
3. क्लेरी सेज
4. स्पाइकेनार्ड
5. गुलाबी मिर्च
6. बोरोनिया
वैलेंटाइन डे, जिसे हिंदी में प्रेम दिवस भी कहा जाता है, हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है. यह दिन प्रेम और दोस्ती के रिश्तों को मनाने का एक खास अवसर है. यह दिन दुनियाभर में प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए बेहद खास होता है, लेकिन अब यह सिर्फ रोमांटिक रिश्तों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह हर प्रकार के रिश्तों को सम्मान देने का दिन बन चुका है.
वैलेंटाइन डे का इतिहास
वैलेंटाइन डे का इतिहास बहुत पुराना है. यह दिन संत वैलेंटाइन की याद में मनाया जाता है, जिन्हें 3वीं सदी में रोम में प्रेमियों का संरक्षक संत माना जाता था. कहानी के अनुसार, संत वैलेंटाइन ने उन प्रेमियों को शादी करने की अनुमति दी थी, जिन्हें सम्राट ने प्रतिबंधित कर दिया था. उनके इस कार्य के कारण उन्हें शहीद के रूप में सम्मानित किया गया, और उसी दिन को 'वैलेंटाइन डे' के रूप में मनाया जाने लगा.