Kleptomania: कई बार कुछ लोगों को बिना किसी फायदे के या किसी जरूरत के ही किसी सामान को चुराने की तीव्र इच्छा होती है. जैसे कभी आप किसी के बाथरुम में गए और आपको वहां रखी चीजें जैसी कि शैम्पू और यहां तक कि टूथ ब्रश तक चुराने की इच्छा होने लगती है. अगर ऐसा आपके साथ होता है तो आप क्लेप्टोमेनिया नाम के गंभीर बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं. ये एक मानसिक बीमारी है, जिसे इम्पल्स कंट्रोल डिसऑर्डर भी कहा जाता है. इससे पीड़ित व्यक्ति छोटी-मोटी चीजों को बार-बार चुराने की इच्छा पर कंट्रोल नहीं कर पाता. भले ही उन चीजों की उसे कोई जरूरत या मूल्य न हो.
हालांकि अभी तक क्लेप्टोमेनिया के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन एक्स्पर्ट्स का मानना है कि ये बीमारी एक जेनेटिक और पर्यावरण फैक्टर का मिश्रण है. इसके साथ ही तनाव, एंग्जाइटी, डिप्रेशन या ट्रॉमा जैसी परेशानियां क्लेप्टोमेनिया को और ज्यादा ट्रिगर कर सकते हैं.
जब भी कोई इंसान क्लेप्टोमेनिया से पीड़ित होता है तो उसे चोरी करने की तीव्र इच्छा होती है. ये इच्छा इतनी तीव्र होती है कि व्यक्ति उस पर कंट्रोल नहीं कर पाता है. व्यक्ति सिर्फ इमपल्स में आकर चोरी करता है, उसे उस चीज की जरूरत होती नहीं है. इसलिए बाद में व्यक्ति तनाव और गिल्ट की भावना से ग्रस्त हो जाते हैं. क्लेप्टोमेनिया से पीड़ित व्यक्ति में गिल्ट की भावना इतनी ज्यादा होती है कि वो चुराई हुई चीजों का इस्तेमाल न करके उसे फेंक देता है. लेकिन फिर भी अगली बार वो खुद को चोरी करने से रोक नहीं पाता.
सबसे पहले तो लक्षणों की पहचान करके बीमारी का पता लगाएं. इसके बाद बिना किसी झिझक और शर्म के जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं. क्लेप्टोमेनिया एक गंभीर बीमारी है, लेकीन इसका इलाज संभव है. मनोचिकित्सा के साथ ही कुछ दवाओं से भी इसे रोका जा सकता है. मनोचिकित्सा में चोरी के पीछे के कारणों को समझना और इम्पल्स को कंट्रोल करने के लिए स्किल को सिखाया जाता है. क्लेप्टोमेनिया आपके जीवन में नेगेटिव प्रभाव डालता है, इसलिए ऐसे समय में अपने दोस्तों और परिवार के करीब रहना चाहिए और जितना हो सके तनाव से बचना चाहिए.