Office Jobs: कार्यालय वाली नौकरियों के लिए भर्तियां जनवरी में 32 प्रतिशत बढ़ीं, रिपोर्ट में दावा
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी महीने में भर्तियों में इस वृद्धि का प्रमुख कारण बढ़ती उपभोक्ता मांग, केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित रणनीतिक प्रोत्साहन और स्थिरता पर बढ़ता ध्यान है. इन सभी कारकों ने कार्यालय आधारित नौकरियों के लिए भर्तियों की गति को तेज किया है.
Office Jobs: एक नई रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी महीने में कार्यालय आधारित नौकरियों के लिए भर्तियों में सालाना आधार पर 32 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली.
यह वृद्धि सेमीकंडक्टर, ऊर्जा, अपशिष्ट प्रबंधन और विनिर्माण जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों के योगदान से हुई है.
भर्तियों में वृद्धि का कारण
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी महीने में भर्तियों में इस वृद्धि का प्रमुख कारण बढ़ती उपभोक्ता मांग, केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित रणनीतिक प्रोत्साहन और स्थिरता पर बढ़ता ध्यान है. इन सभी कारकों ने कार्यालय आधारित नौकरियों के लिए भर्तियों की गति को तेज किया है.
फाउंडइट के इनसाइट्स ट्रैकर द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'इस वृद्धि का मुख्य कारण विभिन्न उद्योगों के भीतर बढ़ते निवेश और उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार का परिणाम है. सेमीकंडक्टर और ऊर्जा उद्योगों में खासकर इस समय अधिक रोजगार सृजन हो रहा है.'
सेमीकंडक्टर और ऊर्जा उद्योगों में वृद्धि
सेमीकंडक्टर और ऊर्जा जैसे उद्योगों में इस साल खासा उछाल देखा गया है. इन क्षेत्रों में बढ़ती मांग और नए प्रोत्साहन पैकेज के कारण, कंपनियां अधिक से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति कर रही हैं इसके अलावा, अपशिष्ट प्रबंधन और विनिर्माण उद्योगों में भी सक्रियता बढ़ी है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में नौकरी के अवसर बढ़े हैं.
केंद्रीय बजट और रणनीतिक प्रोत्साहन
केंद्रीय बजट 2025-26 में जिन प्रमुख पहलुओं का उल्लेख किया गया, उन्होंने भी नौकरी की संभावनाओं में इजाफा किया है. 'रणनीतिक प्रोत्साहन और स्थिरता पहलों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसका असर विभिन्न उद्योगों पर पड़ा है. यह पहलें खासतौर पर वेतन वृद्धि और नई भर्तियों के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर रही हैं।" रिपोर्ट में यह भी बताया गया.
कुल मिलाकर, जनवरी में कार्यालय आधारित नौकरियों में आई वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है और विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. यह वृद्धि आने वाले महीनों में और भी तेज हो सकती है, खासकर अगर केंद्रीय प्रोत्साहन योजनाएं सफलता हासिल करती हैं.