Career In Forestry: प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए ‘ग्रीन-क्लीन एनवायरनमेंट’ पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. आजकल पर्यावरण और वनों की सुरक्षा पर खास जोर दिया जा रहा है. हालांकि, विकास के नाम पर वनों की अंधाधुंध कटाई जारी है, जिससे फॉरेस्ट रिसोर्सेस खत्म हो रहा है. वन क्षेत्र लगातार सिमट रहा है. इसलिए फॉरेस्ट कंजर्वेशन की आवश्यकता बढ़ गई है और फॉरेस्ट्री विशेषज्ञों के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं. इस फील्ड में ट्रेंड प्रोफेशनल्स की मांग भी बढ़ रही है. अगर आपका इंटरेस्ट इस फील्ड में हैं तो इसमें करियर बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं.
फॉरेस्ट्री का मतलब है वनों और उससे जुड़े संसाधनों की देखभाल और विकास करना. इसमें वनों के प्रबंधन, संरक्षण और रखरखाव के दौरान हमारी जरूरतों का ख्याल रखा जाता है. फॉरेस्ट्री में ग्लोबल वार्मिंग, जल संकट, और प्राकृतिक आपदाओं जैसे कई बड़े मुद्दों पर नजर रखा जाता है.
फॉरेस्ट्री में करियर बनाने के लिए 10वीं पास होना जरूरी है और उम्मीदवार को फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय में अच्छे अंकों से पास होना चाहिए. कई विश्वविद्यालयों में फॉरेस्ट्री के कोर्स नियमित रूप से चलाए जाते हैं. एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है. बीएससी फॉरेस्ट्री करने के बाद आप फॉरेस्ट मैनेजमेंट, वाइल्ड लाइफ साइंस जैसे सब्जेक्ट में आगे बढ़ सकते हैं.
फॉरेस्ट्री के कोर्स के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में काम के अवसर होते हैं. कॉर्पोरेट हाउस टिम्बर प्लांटेशन जैसे कार्यों के लिए फॉरेस्ट स्टूडेंट्स की जरूरत होती है. रिसर्च करने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ फॉरेस्ट्री रिसर्च एंड एजुकेशन, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वाइल्ड लाइफ जैसे संस्थान भी अच्छे अवसर प्रदान करते हैं.
फॉरेस्ट्री के क्षेत्र में आमतौर पर अच्छा सैलरी पैकेज ऑफर दिया जाता है. बैचलर डिग्री करने के बाद शुरुआत में 30 से 35 हजार रुपये महीने मिल सकते हैं. मास्टर डिग्री या अनुभव के साथ सैलरी 50 से 60 हजार रुपये महीने तक पहुंच सकता है. सरकारी क्षेत्र में सैलरी का निर्धारण सरकार द्वारा किया जाता है.