How To Become RAW Agent: दुनिया भर के ज्यादातर देशों में अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है. इसके लिए सरकार कई प्रकार के कड़े इंतजाम करती हैं. इन प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं खुफिया एजेंसियां, जो देश की गुप्त जानकारियों को सुरक्षित रखती हैं और दूसरे देशों की जानकारी इकट्ठा करती हैं. इससे संभावित खतरों का समय पर सामना किया जा सकता है.
भारत की खुफिया एजेंसी का नाम रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) है. इसके कर्मियों को रॉ एजेंट कहा जाता है, जो देश की सुरक्षा के लिए हमेशा चौकस रहते हैं. रॉ की स्थापना 1968 में की गई थी और इसमें भर्ती एक अप्रत्यक्ष प्रक्रिया के माध्यम से होती है. नेशनल लेवल की सेवा नें रॉ एजेंट बनने के लिए कैंडिडेट को रक्षा और सुरक्षा में केंद्रीय खुफिया अधिकारी, IPS अधिकारी, या CID अधिकारी के रूप में काम करना होता है. कभी-कभी सिविल सेवा या पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को उनके कौशल के आधार पर भी चुना जाता है. इस फील्ड में सैलरी स्थायी नहीं होती है. उम्मीदवारों को महीने में लाख रुपये तक की सैलरी मिल सकती है जो उनके कार्य और प्रदर्शन पर निर्भर करती है.