भारत की सेनाओं में युवाओं को शानदार मौके मिलते हैं. अब सैनिक बनने के लिए अग्निवीर योजना के तहत भर्ती होती है. वहीं, सेना में अधिकारी बनने की प्रक्रिया पहले की तरह ही जारी है. इसके लिए, नेशनल डिफेंस अकादमी, इंडियन मिलिट्री अकादमी, एयरफोर्स अकादमी और नवल अकादमी जैसे संस्थानों में युवाओं को तैयार किया जाता है. इन संस्थानों में प्रवेश पाना ही सबसे कठिन प्रक्रियाओं में से एक माना जाता है. सेना में अधिकारी बनने के लिए लिखित परीक्षा, SSB इंटरव्यू और मेडिकल से गुजरना पड़ता है.
12वीं पास स्टूडेंट्स NDA और TES जैसी एंट्री के जरिए सेना में भर्ती हो सकते हैं. NDA के लिए हर साल परीक्षा होती है और परीक्षा पास होने वाले अभ्यर्थी 4 साल तक पुणे में स्थित नेशनल डिफेंस अकादमी में ट्रेनिंग लेते हैं. ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को उनकी मेरिट और पसंद के मुताबिक, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में कमीशन किया जाता है. हर साल लाखों स्टूडेंट NDA की परीक्षा देते हैं.
NDA के लिए क्या है योग्यता?
12वीं पास हो चुके या 12वीं में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स एनडीए की परीक्षा दे सकते हैं. इसके लिए उम्र सीमा 16.5 से 19.5 तक होती है. इस उम्र सीमा के साथ-साथ अविवाहित होना भी जरूरी है. भारत के अलावा नेपाल और भूटान के अभ्यर्थी भी एनडीए की परीक्षा दे सकते हैं. साथ ही, अभ्यर्थियों को फिजिकल और मेडिकल में भी फिट होना चाहिए.
लिखित परीक्षा के बाद SSB इंटरव्यू होता है जिसमें अभ्यर्थियों का साइकोलॉजिकल और इंटेलिजेंस टेस्ट होता है. इसमें पर्सनल इंटरव्यू भी होता है. इंटरव्यू बोर्ड से रेकमेंड होने के बाद मेडिकल भी करवाया जाता है. मेडिकल हो जाने के बाद मेरिट निकाली जाती है. मेरिट में आने के बाद एनडीए में एडमिशन मिल जाता है.
थल सेना में सबसे जूनियर अधिकारी के तौर पर कमीशन होने वाले इन युवाओं को लेफ्टिनेंट की रैंक दी जाती है. इनकी सैलरी 56,100 रुपये से 1,77,500 रुपये के बीच होती है. वहीं, नेवी में कमीशन पाने वाले सब लेफ्टिनेंट और एयरफोर्स में कमीशन पाने वाले फ्लाइंग ऑफिसर को भी इतनी ही सैलरी दी जाती है.