Medical Officer: इंडियन आर्म्ड फोर्स युवाओं के लिए बेस्ट करियर ऑप्शन है. इसमें भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में कई अवसर मौजूद हैं. भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) में मेडिकल ऑफिसर काअहम रोल होता है. मेडिकल ऑफिसर सेना और लोगों की हेल्थ का ख्याल रखते हैं. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप मेडिकल ऑफिसर के तौर पर इंडियन आर्मी जॉइन कर सकते हैं.
इंडियन आर्मी में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर नौकरी करने के लिए कैंडिडेट ने क्लास 12 पास की होनी चाहिए. आप दो तरह से मेडिकल ऑफिसर बन सकते हैं. जिन उम्मीदवारों को मेडिकल ऑफिसर बनना है उन्हें या तो NEET एग्जाम क्लियर करना होगा या फिर ग्रेजुएशन के बाद MBBS और BDS में अप्लाई कर सकते हैं.
जो कैंडिडेट मेडिकल ऑफिसर बनने के लिए NEET का माध्यम चुनता है उन्हें सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (AFMC) में एडमिशन लेना जरूरी है. AFMC पुरुषों, महिलाओं और विदेशी नागरिकों के लिए कोटा के साथ MBBS कोर्स के लिए लगभग 150 सीटें होती है. AFMC से MBBS करने के बाद कैंडिडेट को भारतीय सेना में स्थायी कमीशन मिलता है. सिलेक्शन प्रोसेस में NEET स्कोर, SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट शामिल है.
जो उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद MBBS और BDS कर रहें वे भी मेडिकल ऑफिसर के तौर पर इंडियन आर्मी में नौकरी कर सकते हैं. लेकिन इन लोगों को शार्ट सर्विस कमीशन के आधार पर अपॉइंट किया जाता है. इसमें 10 साल की शुरुआत commitment होती है जो 4 साल तक बढ़ाया जा सकता है. सैलरी की बात करें तो इंडियन आर्मी में मेडिकल ऑफिसर की शुरूआती सैलरी 61,000 रुपये हो सकती है. इसके साथ 15,500 रुपये की सैन्य वेतन सेवा (military pay service)और कुल 20,500 रुपये की अलाउंस शामिल होता है. इस हिसाब से आर्मी मेडिकल ऑफिसर की सैलरी लगभग 97,000 रुपये होती है.