इंटरनेशनल बैक्योलरेट ऑफ डिप्लोमा प्रोग्राम (IBDP) की परीक्षा में एक ऐसा कांड हुआ है, जिसे जानकर लोग हैरान रह गए हैं. 12वीं क्लास के समकक्ष हुई इस परीक्षा में दुनियाभर के छात्र हिस्सा लेते हैं. इस एग्जाम में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहती लेकिन अलग-अलग टाइम जोन की वजह से इस परीक्षा में भी खेला हो गया. जो छात्र अलग टाइम जोन के थे, उन्हें पूरा पेपर ही मिल गया. छात्रों ने सोशल मीडिया पर पेपर ही सॉल्व करके डाल दिया.
IBDP के प्रश्न पत्रों को घर ले जाने की इजाजत नहीं होती लेकिन छात्रों ने याद करके उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. इसी वजह से इस एग्जाम में छात्रों को घर पेपर ले जाने की इजाजत नहीं दी जाती है. मुंबई में स्कूल प्रशासनों को लगा कि इन्हें तुर्किए से अपलोड किया गया है. भारतीय छात्रों को इससे लाभ नहीं मिला है. जो लोग हांकांग, सिंगापुर, यूरोप और अमेरिका में हैं, उन्हें जरूर इससे मदद हासिल हुई होगी.
55 साल में पहली बार लीक हुआ पेपर
55 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब इस तरह से पेपर लीक हुआ हो. यह स्विट्जरलैंड बोर्ड के अंतर्गत आता है. इस एग्जाम में नकल, दूसरे के नाम से देने वाली परीक्षा और अलग टाइम जोन की वजह से चीटिंग की खबरें पहले नहीं आई थीं. हालांकि इन पर बोर्ड ने कभी विचार ही नहीं किया.
अलग अलग जोन में हुई है परीक्षा
IB के एग्जाम 24 अप्रैल से शुरू हुए थे. मैथ्स की परीक्षा 2 घंटे की थी. 1 मई और 2 मई को इसके पेपर आयोजित कराए गए थे. बोर्ड ने अलग-अलग टाइम जोन के हिसाब से परीक्षाएं कराई थी. टाइम जोन ए में ऑस्ट्रिया और एशिया में पेपर हुए थे. टाइम जोन बी में यूरोप और अफ्रीका और टाइम जोन सी में अमेरिका में परीक्षाएं हुईं थीं.
कैसे लीक हुआ पेपर
बोर्ड के मुताबिक कुछ छात्रों ने टाइम जोन की वजह से चीटिंग कर ली है. उनके बारे में सूचनाएं ले ली गई हैं और उनके खिलाफ कड़े एक्शन लिए जा सकते हैं. उन्हें डिप्लोमा नहीं मिलेगा और भविष्य में किसी भी परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा. कुछ छात्रों के अभिभावक मांग कर रहे हैं कि परीक्षा रद्द कर दी जाए. बोर्ड का कहना है कि अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं हैं जिनके आधार पर परीक्षा को रद्द किया जाए.
भारत में क्या पड़ेगा पेपर लीक का असर
अगली परीक्षाएं सही समय से होंगी. भारत में 10 बजे और 2.30 बजे दोपहर में परीक्षाएं होंगी. 17 मई को अगली परीक्षा है. IB दुनियाभर में सम्मानित एक संस्था है, जिसके जरिए करीब 8,000 प्रोग्राम्स चलाए जाते हैं. इससे 5,700 स्कूल दुनियाभर के 160 देशों में संबद्ध हैं.
अब कब है अगली परीक्षा
अगली परीक्षा सोमवार दोपहर में ही है. मुंबई में ज्यादातर लोगों को इस परीक्षा में पेपर लीक की बात पता नहीं है. प्रधानाचार्यों का कहना है कि एग्जाम के पेपर फरवरी में ही आ गए थे. स्कूल स्तर पर इसके लीक होने के चांसेज थे. SSC और HSC परीक्षाओं के जैसे ही इन्हें परीक्षा के दिन ही खोला जाता है.