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India Daily

रूस पर 70 ड्रोन दागकर जेलेंस्की ने दिखाए तेवर, सऊदी में शांति वार्ता के बीच सबसे बड़ा ड्रोन अटैक

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने सऊदी अरब में अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है, जिसका उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति की स्थापना के लिए संभावित समाधान तलाशना है.

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Edited By: Ritu Sharma
Drone Attack
Courtesy: Social Media

Russia-Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सऊदी अरब में शांति वार्ता की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन इस बीच यूक्रेन ने रूस पर जबरदस्त ड्रोन हमला कर दिया. यह हमला अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक बताया जा रहा है, जिससे रूस के कई शहरों में अफरा-तफरी मच गई. बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के अधिकारियों के साथ शांति वार्ता के लिए पहुंचे हैं. लेकिन वार्ता से ठीक पहले यूक्रेन की ओर से रूस पर भीषण ड्रोन हमला किया गया. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार (11 मार्च) को यूक्रेन ने मास्को समेत रूस के कई प्रमुख शहरों पर करीब 70 ड्रोन दागे. यह हमला रूस में अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया जा रहा है.

रूसी शहरों में दहशत, कई इमारतें क्षतिग्रस्त

आपको बता दें कि यूक्रेन के इस हमले में रूस की कई रिहायशी इमारतें प्रभावित हुईं. कई जगह आग लग गई और कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. खासतौर पर मास्को के आसपास के शहरों कोलोम्ना और डोमोडेडोवो पर हमला हुआ, जिससे वहां की जनता में भय का माहौल बन गया है.

रूस ने 69 यूक्रेनी ड्रोन किए तबाह

बता दें कि रूसी अधिकारियों के अनुसार, मॉस्को के मेयर सरगई सोबियानिन ने दावा किया कि रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने 69 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया. हालांकि, ड्रोन के गिरने से कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है. इन हमलों के कारण मॉस्को के दो प्रमुख हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, जिससे कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं.

क्या शांति वार्ता होगी प्रभावित?

सऊदी अरब के जेद्दा में अमेरिका, रूस और यूक्रेन के अधिकारियों के बीच शांति वार्ता हो रही है. यह बैठक रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने और शांति समझौते पर चर्चा के लिए हो रही है. लेकिन यूक्रेन के इस ड्रोन हमले के बाद वार्ता के नतीजे पर सवाल खड़े हो गए हैं.

जेलेंस्की की रणनीति पर सवाल

हालांकि, जेलेंस्की का यह हमला उनकी शांति वार्ता की मंशा पर भी सवाल खड़े करता है. एक तरफ वे सऊदी अरब में शांति समझौते की बात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर रूस पर इतना बड़ा हमला कर दिया गया. इससे रूस और यूक्रेन के बीच तनाव और बढ़ सकता है.