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खतरे में यूनुस सरकार, तख्तापलट की अटकलों के बीच बांग्लादेश सैन्य प्रमुख ने जताई मार्शल लॉ की आशंका

पिछले महीने सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान का एक वीडियो फिर से सुर्खियों में है. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर लोग आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट नहीं हुए तो देश की आजादी खतरे में पड़ सकती है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Bangladesh martial law

बांग्लादेश में मार्शल लॉ या आपातकाल की आशंका को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. सोशल मीडिया पर खबरें हैं कि सेना, मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. सेना, सरकार और छात्र आंदोलनों के बीच बढ़ते तनाव के बीच ढाका में बांग्लादेशी सेना की टुकड़ियों की मौजूदगी ने तख्तापलट की अटकलों को हवा दी है. खुफिया जानकारी के मुताबिक, सावर में तैनात 9वीं डिवीजन के सैनिक धीरे-धीरे राजधानी में प्रवेश कर रहे हैं. समाचार एजेंसी IANS ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि सेना ढाका में अपनी सत्ता मजबूत करने की तैयारी में है.

सेना प्रमुख का पुराना बयान चर्चा में

पिछले महीने सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान का एक वीडियो फिर से सुर्खियों में है. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर लोग आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट नहीं हुए तो देश की आजादी खतरे में पड़ सकती है. उन्होंने कहा, "मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं. अगर आप मतभेद भुलाकर साथ नहीं चले, कीचड़ उछालते रहे और लड़ते रहे, तो इस देश और राष्ट्र की आजादी और संप्रभुता दांव पर लग जाएगी." आगे उन्होंने जोड़ा, "मैं आज आपको बता रहा हूं, वरना आप कहेंगे कि मैंने चेतावनी नहीं दी. यह देश हम सबका है. हम शांति और सद्भाव से रहना चाहते हैं. हम संघर्ष नहीं चाहते. हम उस लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं."

सेना का खंडन, यूनुस का संबोधन
इन अटकलों के बीच सेना ने सोमवार को ऐसी खबरों का खंडन किया. जनरल वाकर ने ढाका कैंटोनमेंट में 'ऑफिसर्स एड्रेस' में अफवाहों से न घबराने की अपील की. डेली स्टार के मुताबिक, उन्होंने सेना की प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा, "देश और इसके लोग सेना की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं." दूसरी ओर, अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस आज रात 7 बजे स्वतंत्रता दिवस और ईद-उल-फितर के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे.