यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के तेल अवीव शहर पर मिसाइल हमला किया है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति और भी गंभीर हो गई है. इस हमले को लेकर इजरायली सेना ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य है. इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि "यमन में मौजूद हूती विद्रोहियों ने राजधानी तेल अवीव पर मिसाइल हमले किए हैं. इनमें से एक मिसाइल तेल अवीव पर गिरी जिसमें एक दर्ज़न से भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की एंबुलेंस सेवा ने जानकारी दी है कि हमले में घायल 16 लोगों को मेडिकल सहायता उपलब्ध करवाई गई है. फिलहाल, सभी घायलों को मिसाइल गिरने के बाद हुए धमाके में कांच लगने की वजह से चोटें आई हैं. हूती विद्रोहियों ने यह मिसाइल हमला उस समय किया जब इज़रायल पहले से ही अपने पड़ोसी देशों के साथ संघर्ष की स्थिति में था. तेल अवीव पर हुए इस हमले को लेकर इज़रायल ने अपनी एयर डिफेंस प्रणाली को एक्टिव कर दिया.
मिसाइल हमले पर इजरायल ने दी प्रतिक्रिया!
इस बीच एक प्रत्यक्षदर्शी बेथ शहाई ने कहा, "पूरे घर की सभी खिड़कियां धमाके से टूट गईं. लिविंग रूम की, किचन की, बेडरूम की. पूरे घर में कांच के टुकड़े बिखर गए. ये इतनी तेजी से हुआ कि हमें बाहर निकलकर सेफरूम तक जाने का मौक़ा नहीं मिल सका. ये यमन की तरफ से दाग़ी गई मिसाइलों में से एक इजरायल के एयर डिफेन्स सिस्टम को पार करने में सफल रही. ये मिसाइल तेल अवीव पर गिरी. इजरायली सेना ने कहा है कि हूती विद्रोहियों की दागी गई मिसाइल को वह गिराने में नाकाम रहे और ये मिसाइल एक पार्क में गिरी.
इजरायल के लिए कितना बड़ा खतरा हैं यमन के हूती विद्रोही
हालांकि, हूती विद्रोही गुट के प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा, "यमनी सशस्त्र बलों की मिसाइल ने जाफ़ा के कब्ज़े वाले क्षेत्र में इजरायल के एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया था. हमने एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल दाग़ी थी और इसने लक्ष्य को भेदा है. बता दें कि, ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोही गुट को फ़लस्तीन का समर्थक माना जाता है. गाजा पर इजरायल के हमले के बाद से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से होकर इसराइल की करफ आ-जा रहे जहाजों पर हमले किए हैं. हालांकि, इज़राइल की ओर से इस हमले में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं आई है.